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वन्यजीव के तस्करी मामले में वनविभाग ने तीन आरोपीयो को गिरफ्तार कर भेजा जेल… वन्यजीव के दाँत,नाखून,बाल बरामद..

वनविभाग ने ग्राम खुड़िया में वन्यजीव के तस्करी मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। दो आरोपी फारार बताए जा रहे। क्षेत्र में वन्यप्राणी के शिकार फल फूल रहा है!जिसपर क्षेत्र सहित विभाग में हड़कंप मचा हुआ है

हरिपथ न्यूज लोरमी – 23 अप्रेल ग्राम खुड़िया में तस्करी मामले में वन विभाग की टीम ने तीन आरोपियों से वन्यप्राणी के शरीर के दाँत, नाखून, एवं तेंदुए के बाल बरामद कर  गिरफ्तार किये। तीनो आरोपियों को बिलासपुर न्यायालय में प्रस्तुत कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया। इस मामले में पांच आरोपियों को विभाग पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार तीन दिन पूर्व 19 अप्रेल को कोटा वन विभाग एवं एटीआर के संयुक्त टीम ने पांच आरोपियों को वन्य प्राणी के अंग  के साथ तस्करी करते हुए कोटा में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आरोपियों के निशानदेही पर ग्राम खुड़िया में वन प्राणी के अवशेष को दफन स्थल पर बरामद कर जप्ती किया था।

सोमवार को मुंगेली वन मंडल के द्वारा ग्राम खुड़िया में दबिश देकर आरोपी सुधीर तिवारी पिता ध्रुव तिवारी, प्यारेलाल 42 वर्ष पिता सुखराम ध्रुव, खेलावन 52 वर्ष पिता बुधराम नेताम को गिरफ्तार कर इनसे वन्यप्राणी के दाँत, नाखून, बाल के अवशेष बरामद कर जप्त किया गया। तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर वन विभाग टीम बिलासपुर न्यायालय में प्रस्तुत कर न्याययिक रिमांड जेल भेजा गया।बताया जा रहा है,इस मामले में दो आरोपी फरार है,जिसके पीछे विभाग लगी है। अब तक आठ आरोपियों को विभाग गिरफ्तार कर चुकी है।

गौरतलब है,की ग्राम खुड़िया के जिस स्थान से कोटा वनविभाग एवं एटीआर की संयुक्त टीम ने वन प्राणी का अवशेष बरामद किया वह स्थल वन विभाग कार्यालय से महज 1 किलोमीटर दूर है,एवं ठीक पुलिस चौकी के पीछे आलमखार जंगल स्थित है। इतनी बड़ी घटना में बेजुबान वन प्राणियों के शिकार करने वाले आरोपी  नाक के नीचे  घटना को बेखौफ अंजाम दे रहे थे। जिसकी भनक खुड़िया वनपरिक्षेत्र के अधिकारी कमर्चारियों को नही लगी। खुड़िया वनपरिक्षेत्र में कुछ माह पूर्व हाथी की करेंट से मौत हो गई थी। भारी भरकम स्टॉप होने के बाद भी खुड़िया क्षेत्र में शिकार थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस पर एटीआर की चुप्पी भी बड़े सवाल को खड़ा करता है। अब आगे देखना होगा कि इस पर अंकुश लगाने विभाग क्या कदम उठाती है! 

एसडीओ हंसदास सूर्यवंशी ने बताया कि यह 7 माह पूर्व की घटना है,विभाग इसके पीछे लगी थी। आज तस्करी मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।  

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