अपराधछत्तीसगढ़पुलिसमुंगेली/लोरमी

प्राइवेट अस्पताल में गर्भवती महिला की मृत्यू , परिजनों ने प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का बड़ा आरोप , पुलिस ने संचालक एवं उसके भाई को हिरासत में  लिया । प्रशासन करेगी अस्पताल को सील!

हरिपथलोरमी– नहर के पास एक प्राइवेट अस्पताल में देररात ग्राम सलैहया की गर्भवती महिला को डिलवरी कराने भर्ती कराया, जहाँ उक्त महिला की प्रसव ऑपरेशन के दौरान मृत्यू हो गई। संचालक के द्वारा मरीज के भर्ती फाईल नही देने पर अस्पताल में ग्रामीणों का जोरदार हंगामा किये। एसडीएम एव पुलिस प्रशासन के द्वारा उचित कार्यवाही का भरोसा दिलाये जाने का आस्वाशन ग्रामीण शांत हुये।

ग्राम सलहैया निवासी शारदा उम्र 23 वर्ष पति दुर्गेश राजपूत को प्रसव पीड़ा होने पर गुरुवार की रात लगभग 12 बजे एक निजी एम्बुलेंस वाले ने 50 बिस्तर अस्पताल से आन्य हॉस्पिटल में भर्ती कराया जिसमें मरीज और हॉस्पिटल के बीच फीस भी तय भी हो गया। मरीज के परिजनों को बतया की महिला की ऑपरेशन हो गया करके सुबह 3.55 बजे बच्चा स्वस्थ है,करके दिखाया गया। जिसके बाद दरवाजा बंद कर लिया गया। परिवार वाले ने खिड़की से देखे की मरीज शारदा राजपूत उम्र 23 वर्ष हिलडुल नही रही थी। स्टाप ने बतया की अभी एनेस्थीसिया का असर है,करके बोला गया,लेकिन सुबह तक मरीज से मिलने नही दिया तो परिजनों को शंका हुआ तो दरवाज़े को तोड़कर अंदर जाकर देखे तो शारदा मृतावस्था में स्टेचर में पड़ी थी।परिजनों ने बतया की मरीज के बड़ा सिजेरियन के बाद पेट को फाड़ कर रुई डालकर महज टेपिंग कर छोड़ने का आरोप लगया गया !

उक्त अवस्था मे देखकर परिजन भड़क गए और विरोध करना हंगामा मचाना प्रारम्भ हो गया। हॉस्पिटल में मरीज की मृत्यु किन परिस्थितियों में हुआ ये जांच का विषय है। महिला का सिजेरियन कौन किया ये प्रशासन एवं पुलिस जांच करेगी।

विवादों का रहा नाता– उक्त हॉस्पिटल में कुछ माह पूर्व ही गर्भवती महिला की मृत्यू के बाद शव को बंधक बनाने की घटना जैसे विवाद प्रकाश में आया था?

फ़ाइल गायब- परिजनों ने बतया की रात 12 बजे अस्पताल में भर्ती से पहले मरीज शारदा राजपूत का रिफर एवं ईलाज से सम्बंधित फाईल जमा किया गया। परिजन एवं प्रशासन ने फ़ाइल की मांग संचालक महेंद्र एवं जितेंद्र साहू से किये तो वह फाइल नही होने की जानकारी दिए। जिसके नाम पर खूब बहस एवं हंगामा हुआ। यहाँ अस्पताल के अंदर खुब विरोध हुआ।

मृतिका के पति
मृतिका के पति

मृतिका के परिजन पति दुर्गेश राजपूत ने आरोप लगया है,रात 12 बजे भर्ती करने के बाद अपने रिश्तेदार कटघोरा से आने बाद ऑपरेशन करने बोला गया था,पर हॉस्पिटल अपने हिसाब से लापरवाही पूर्वक ऑपरेशन किया गया! ऑपरेशन थेटर के अंदर किसने किया ऑपरेशन उन्हें नही मालूम है।  डिग्रीधारी बड़े डॉक्टरों की नेम प्लेट लगया गया है? मृतिका के पति ने संचालक के ऊपर कड़ी कार्यवाही करने की मांग प्रशासन से किया है।

अस्पताल के लाइसेंस पर उठे सवाल– मिली जानकारी के अनुसार उक्त अस्पताल के संचालक द्वारा शासन से लाइसेंस के लिये आवेदन किया गया है,लेकिन अभी वैध लायसेंस नही होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा बतया गया! 

पुलिस ने लिया हिरासत में- पुलिस ने आन्या हॉस्पिटल के संचालक महेंद्र 36 वर्ष पिता शत्रुहन साहू एवं उसके भाई जितेंद्र साहू 31 वर्ष को हिरासत में लिया है। आरोपियों को थाने ले जाने के दौरान एक बार फिर से गुस्साये ग्रामीणों का विरोध का सामना पुलिस को करना पड़ा। भीड़ को समझाने में प्रशासन को मसक्कत करनी पड़ी।  पुलिस ने मृत महिला के शव को पीएम के लिए भेजा है। मामले की कार्यवाही में जुट गई है।

पुलिस आरोपियों को ले जाते हुये

बीएमओ डॉ जीएस दाउ ने बतया की आन्या हॉस्पिटल के पास वैध लायसेंस नही है,जिसको बंद करने का आदेश भी ढिया गया था।जिला स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देश पर हॉस्पिटल को सील किया जा रहा है। उपचारित मरीजो को 50 बिस्तर एवं जिला अस्पताल शिफ्ट किया जायेगा।

एसडीएम पार्वती पटेल ने कहा कि कलेक्टर ने मामले में जांच टीम गठित किये है,जो जल्द ही मामले की जांच करेगी। हॉस्पिटल के लाइसेंस की जांच किया जा रहा है,अगर नर्सिंग होम एक्ट के तहत अगर वैध नही मिला तो कानूनी कार्यवाही किया जायेगा। मृतिका की जिला स्तर के डॉक्टर पीएम करेंगे।

थाना प्रभारी प्रशिक्षु  डीएसपी जितेंद्र कुम्भकार ने बताया कि प्राथी के रिपोर्ट पर मर्ग कायम कर अस्पताल संचालक दोनों को हिरासत में लिया गया है। जिनके खिलाफ कार्यवाही किया जा रहा है।

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