बेलगहना

सत्कर्म कूटी आश्रम सेमरी (केंदा) में स्वामी शिवानंद महाराज के द्वारा श्रावण माह में रुद्राभिषेक…

हरिपथबेलगहना ◆ 25 जुलाई सत्कर्म कूटी आश्रम सेमरी (केंदा) में स्वामी शिवानंद महाराज के द्वारा श्रावण शुक्ल पक्ष पंचमी दिन रविवार को किया गया रुद्राभिषेक।

स्वामी सदानंद परमहंस महराज सेवा समिति की ओर से स्वामी शिवानंद महाराज के सानिध्य में रुद्राभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वामी जी प्रातः 9.00 बजे सत्कर्म कूटी आश्रम पहुँच कर सर्वप्रथम रामकुटी में चरण पादुका पूजा किए,तत्पश्चात भगवान भूतभावन भोलेनाथ जी की जलाभिषेक कर माँ जवस नदी पर दीपदान किए। पूज्य स्वामी जी के द्वारा 33 आश्रमों का संचालन किया जा रहा है,उन्ही आश्रमो में से एक सत्कर्म कूटी आश्रम सेमरी भी है। सत्कर्म कूटी आश्रम प्रकृति से घिरा हुआ है जो देखने में बड़ा ही रमणीय है।माँ जवस नदी के टत पर बसा यह आश्रम क्षेत्रावासियों के लिए आस्था का केन्द्र बना हुआ है । इस कार्यक्रम में अपनी अपनी मनोरथ पूर्ण करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित रहे।

स्वामी शिवानन्द ने अपने उद्धबोधन में कहा की जो पार्थिव शिवलिंग बनाकर विधिवत पूजन अर्चना करता है, वह दस हजार कल्प तक स्वर्ग में निवास करता है, शिवपुराण में लिखा है ,कि पार्थिव पूजन सभी दुःखों को दूर करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है। सतयुग में स्वर्ण, त्रेतायुग में रत्न, द्वापर युग में पारद व कलयुग में पार्थिव शिवलिंग का अधिक महत्व है। कलयुग में अमीर-गरीब या शूद्र कोई भी हो, पार्थिव शिवलिंग बना कर भगवान शिव की आराधना कर सकता है।

पूजा पाठ के पश्चात समिति द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे में सभी श्रद्धालु भक्त प्रसाद ग्रहण किए।भगवान भोलेनाथ की पूजा पाठ एवं स्वामी से आशीर्वाद लेने के लिए बड़ी दूर दूर से श्रद्धालुगण उपस्थित रहे,जिनमे प्रमुख रूप से पंचराम यादव,कन्हैया गन्धर्व,अशोक शुक्ला सहित अन्य मौजूद रहे।

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