श्री राम कथा: भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़,आतिवंदनीय- चिन्मयानंद बापू…

लोरमी@हरिपथ– 2 नवंबर नगर में भव्य कलश यात्रा के साथ प्रसिद्ध कथा वाचक चिन्मयानंद बापू की श्री राम कथा प्रारम्भ हुई। कलश यात्रा महामाया मार्ग के श्री राम मन्दिर प्रांगण से प्रारम्भ हुआ। जो नगर भ्रमण कर मानस मानस मंच कथा स्थल पहुँचे। जहाँ पहले उन्होंने श्रीराम दरबार की पूजा अर्चना कर ब्यास पीठ पर विराजमान हुए। इस दौरान भक्तों ने यात्रा की जगह जगह स्वागत किया गया।


प्रथम दिवस चिन्मयानंद बापू ने रामायण के बारे बताया कि छत्तीसगढ़ श्री राम ननिहाल है, अखिल ब्रह्माण्ड के नायक को जिस माँ अपने कोख में रखा वह माँ छत्तीसगढ़ की बेटी सर्व प्रथम ब्यास पीठ के प्रणाम करता हूं,यह पवित्र धरती के बेटी ने प्रापर ब्रम्ह को अपने गर्भ में नव माह गर्भ में रखा। सारा ब्रह्मांड जिसके उदर में रहता है,वह माता कौशल्या के उदर में आ गए। यह प्रमाण है, कि भगवान राम के मां कौशल्या के गर्भ में खुद आए, धन्य है छत्तीसगढ़ की धरा को मैं देखता हूं, छत्तीसगढ़ के लोग प्रभु राम को यहां बहुत प्रेम करते हैं, सभी के भाचा है, भगवान राम के मां की धरती ननिहाल भगवान राम मामा की धरती आती वंदनीय है, और इस धरती पर रहने वाले आप हम राम से परम सौभाग्यशाली हैं।दिव्या भगवान राम का दरबार सजा है। भगवान ने मुझे इस योग्य समझा है कि मैं प्रभु का जीवन सेवा करता रहूं इस रूप में मैं सेव कर रहा हूं। पूर्वाचल है,ओ सभी भगवान राम को प्रेम करने वाले है,एक बार जनकपुर गए उसके बाद सिंघ बेरपुर होते हुए प्रयागराज से चित्रकूट से होकर छत्तीसगढ़ होतेहुए भगवान राम आगे बढे। जहाँ जहाँ राम गए ओ क्षेत्र उनका हो गया।पश्चिमी उत्तरप्रदेश वृंदावन से लेकर गुजरात मे भगवान कृष्ण ने यात्रा किये। मथुरा स्व द्वारिका तक यात्रा किये। मिथला बिहार क्षेत्र भगवान राम के है,हम लोग छत्तीसगढ़ वासी भी उन्ही के क्षेत्र में है। ओ बात अलग है,की एक तरफ़ भगवन राम एवं साथ मे कृष्ण खड़े तो छत्तीसगढ़ वाले आज भी कहेंगे हमे हमारा भाचा प्रिय है।जो राम का स्वभाव है,वही छत्तीसगढ़ वालो का स्वभाव है। वही विनम्रता है। यह भूमि में आकर ऐसा महशुस कर सकते है,कौशल्या ऐसी ही होगी। मेरी सौभाग्य है,की यह मानस मंच जीर्णोद्धार के बाद यह मेरी ब्यास पीठ की पहली कथा है। मेरा सौभाग्य है,आयोध्या में श्रीराम की मूर्ति स्थापना के पूर्व कथा करने को मिला है,भगवान ने मुझे याद की जिस बालक ने अयोध्या में पढ़ा है,उसी सेवा का अवसर प्रदान किये।

इसी छत्तीसगढ़ में यह क्षेत्र लोकप्रिय है, क्योंकि यहां के विधायक अरुण साव उपमुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री तोखन साहू का संसदीय क्षेत्र है, दोनों पदाधिकारी यह कार्य भूमि है।

गौरतलब है, की आज तोखन साहू ने बापू बिलासपुर से लेकर अपने साथ लाये एवं कलश यात्रा में शामिल हुए। मंच संचालन नितेश पाठक ने किया एवँ जनपद अध्यक्ष वर्षा विक्रम सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष सुजीत वर्मा, सागर बैस ,गुरमीत सलूजा , पूर्व नप अध्यक्ष अंजना दास ,जगदीश सोनी,रवि शर्मा,विकास केशरवानी सहित आयोजन समिति सहित अन्य मौजूद रहे।




