
हरिपथ,बेलगहना, 21 जुलाई अरपा तट पर स्थित सोनसाय नवागांव स्वामी शिवानंद महाराज के परम सानिध्य में पवित्र श्रावण मास के शुभ अवसर पर रुद्राभिषेक कार्यक्रम संपन्न हुआ। उक्त दर्शनीय स्थल में गुरु परम्परा के धर्म ध्वज को निरंतर फहराते हुये, स्वामी शिवानंद महाराज के द्वारा सभी आश्रमों का सफल संचालन कर रहे है।

सावन सोमवार को शिव भक्तों को स्वामी शिवानन्द ने अपने उद्धबोधन में कहा की शिव का आकर शून्य व ज्योति स्वरूप है।हम सभी के अंदर शिव बैठे हैं।बस खुद को मोड़कर अंतर्यात्रा पर जाना होगा। शिव वर्तमान है,उनको पाने के लिए,बस स्वयं को पलटना है।भारतीय होने का अर्थ है,शिव को को जानना।उनके जाने बिना इस लोक को जानना असंभव है।उनकी आराधना से मोक्ष मिलता है। पूजन संपन्न होने के पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सभी श्रद्धालु भक्त प्रसाद ग्रहण किए।

स्वामी जी के द्वारा भगवान शिव जी का रुद्राभिषेक कर सभी भक्तों के द्वारा भजन कीर्तन ओम नमः शिवाय पंचाक्षारी का जाप करते हुये,अरपा नदी में विश्व शांति हेतु द्वादश पार्थिव शिवपिंडों का विधिवत पूजा पाठ एवं आरती कर विसर्जन किया गया।माँ अरपा नदी में स्वामी जी के द्वारा दीप दान किया गया।

कार्यक्रम में प्रबंध समिति के सदस्य रुद्र अग्रवाल, बालमुकुंद पांडे,अजय पटेल, शैलेष गुप्ता,कमलाकांत गुप्ता,बीरेंद बहादुर सिंह, महेन्द्र मिश्रा, विजय मिश्रा, सूपेत उद्देश्य, प्रेम सरटिया, विकास सोनी, पंचराम कश्यप, प्रफुल्ल कुलमित्र. हरीश कुलमित्र, राजेन्द्र श्रीवास,गजराज सिंह पैकरा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं उपस्थित रहे।