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लमनी रेंज में बाघिन की रहस्यमय मौत?विभाग जुटा जांच में…

हरिपथ न्यूजबिलासपुर/लोरमी अचानकमार टाइगर रिजर्व के लमनी रेंज के चिरहट्टा इलाके में हुई टेरिटोरियल फाइट में एकेटी 13 नामक बाघिन की मौत हो गई। बाघों के बीच हुए क्षेत्रीय संघर्ष के चलते यह हादसा होने की आशंका जताई जा रही है, बाघिन की मौत की पुष्टि सोशल मीडिया के माध्यम से वाइल्ड लाइफ के पीसीसीएफ सुधीर अग्रवाल ने की है। वहीं मौत के कारण पुख्ता जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है।

अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगल में कुछ दिनों पहले एटीआर प्रबंधन ने 10 से 12 टाइगर और टाइग्रेस के होने की पुष्टि की थी। टाइगरों की संख्या ठीक होने की वजह से महाराष्ट्र और कान्हा टाइगर रिजर्व से टाइग्रेस लाने की योजना को आगामी दिनों के लिए रोक दिया गया।

वहीं कुछ दिन पहले कान्हा टाइगर रिजर्व की एक बाघिन घूमते-घूमते अचानकमार टाइगर रिजर्व, मरवाही के जंगल होते हुए चिरमिरी, कोरिया और मनेन्द्रगढ़ पहुंच गई थी। इस बाघिन को कानन पेण्डारी जू और जंगल सफारी के डॉक्टर के नेतृत्व में रेस्क्यू कर अचानकमार टाइगर रिजर्व लाया गया था। इस टाइग्रेस को लाने के बाद गले में पट्टा लगाकर छोड़ दिया गया, ताकि वह अधिकारियों और कर्मचारियों की निगरानी में रहे। टाइग्रेस अधिकारियों को चकमा देकर अचानक गायब हो गई। वर्तमान में मरवाही और पेण्ड्रा गौरेला के जंगल में उसके होने की पुष्टि की गई। इसी तरह एक बाघिन एकेटी 13 भी कान्हा टाइगर

गर्दन पर थे दांत के निशान-वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. पीके चन्दन एवं मुंगेली जिला के शासकीय पेनल पशु चिकित्सकों द्वारा एनटीसीए के प्रतिनिधि, प्रधान मुख्य वन संरक्षक के प्रतिनिधि के समक्ष मृत बाधिन का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के दौरान गर्दन पर दांत का निशान, श्वासनली के फटने, फेफड़े की श्रृंकिंग, पूरे शरीर में खरोंच का निशान पाया गया। पेनल से प्राप्त निष्कर्ष के आधार पर पाया गया कि उक्त बाधिन की मृत्यु दो बाघों के आपसी संघर्ष के कारण हुई है।

पूरी कार्यवाही में उप संचालक अचानकमार टाईगर रिजर्व, सहायक संचालक अचानकमार टाईगर रिजर्व कोर, वन परिक्षेत्र अधिकारी छपरवा, वन परिक्षेत्र अधिकारी लमनी, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ. के प्रतिनिधि, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अचानकमार टाईगर रिजर्व के मैदानी कर्मचारी उपस्थित रहे।

रिजर्व के होने की जानकारी दी गई थी, जो अचानकमार टाइगर रिजर्व में कई सालों से विचरण कर रही थी। शुक्रवार की सुबह बाघिन एकेटी 13 की लमनी परिक्षेत्र के चिरहट्टा इलाके में टेरिटोरिय फाइल हुई, जिसमें एकेटी 13 बाघिन की मौत हो गई है।

बाघिन के मौत की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से वाइल्ड लाइफ के पीसीसी सुधीर अग्रवाल से मिली, उनके अनुसार बाघिन की मौत का कारण दो बाघों के बच हुए क्षेत्रीय संघर्ष का नतीजा है। इस घटना के बाद अचानकमार टाइगर रिजर्व के अधिकारियों की उदासीनता भी सामने आई। जानकारी होने के बाद भी अधिकारी घंटो बाद यानि लंच करने के उपरांत घटना स्थल पर पहुंचे, जो वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है।

कारणों का पता लगाया जा- रहा-गणेश यूआर, डिप्टी डायरेक्टर, एटीआर-लमनी कोर छिरहट्टा जंगल में एकेटी 13 मादा टाइगर की मौत की सूचना प्राप्त हुई थी। इस घटना की जानकारी एटीआर की एसटीपीएफ के सदस्य से प्राप्त हुई।

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