छत्तीसगढ़न्यूजलोरमी (एटीआर)वनविभागवाइल्डलाइफ

सिवलखार एवं सारसडोल में पांच हाथियों ने तोड़े तीन मकान खाया राशन,रौंदा फसलों को…

जंगली हाथियों का उत्पात वनक्षेत्र में निरंतर जारी है,जंगली जानवरों के रहवास क्षेत्र में भोजन के तलाश में भटक रहे?

हरिपथलोरमी-23 सितंबर पांच हाथियों का दल एटीआर  कोर क्षेत्र अचानकमार के ग्राम सिवलखार, सारसडोल में भोजन की तलाश में तीन ग्रामीणों के मकान को तोड़कर चावल चट कर दिए ।देररात हाथियों के चिंघाड़ सुनकर ग्रामीणों ने घर से भागकर अपनी जान बचाई।

मिली जानकारी के अनुसार रविवार की देररात  पांच हाथियों के दल ने अचानकमार के कोर क्षेत्र  ग्राम सिवलखार एवं सारसडोल  में भोजन की तलाश में तीन मकान में तोड़कर राशन समान को चट कर गए। 

वीडियो

ग्राम सिवलखार में रविवार के देर रात 1 से 2 बजे के बीच हाथीयो ने बैसाखिया पति इतवारी बैगा व विश्राम पिता गोडू बैगा के मकान को सूड़ से धक्का देकर राशन समान को चट कर गया। 50 -50 किलो चावल एवं सौर ऊर्जा के पैनल लाइट के खम्भा को तोड़कर नुकसान पहुचाया है।

विश्राम बैगा कें परिवार में 10 सदस्य है,यहाँ देर रात दो बजे हाथी  मुख्य दरवाजे में आकर खड़ा हो गया,कैसे कर बड़ी मशक्कत के बच्चे व परिवार के सदस्य घर से जान बचाकर भागे।इनके यहाँ 50 किलो चावल एवं अन्य राशन समाग्री को हाथी ने चट कर गए।

रात में 9.30 बजे ग्राम सारसडोल में माखन पिता टीकाराम यादव के मकान के दीवाल को तोड़कर भोजन की तलाश किया,उसके खेत के फसल को नुकसान किया।

जान बचाकर भागे– गौरतलब है,की गाँव में हाथियों के चिंघाड़ से हड़कंप मच गया एवं ग्रामीणों घर से निकलकर परिवार सहित जान बचाई। गाँव मे महुआ की सुगंध में हाथी पहुँच गया। यहाँ धान की खेती के अलावा अन्य तरकारी सब्जियों भी उगाते है,जिसपर संकट मंडराने लगा है। एक सप्ताह से अधिक समय तक जंगल के निचले इलाकों में उत्पात मचाने के बाद हाथियों का दल एटीआर के कोर क्षेत्र में जाने से किसानों ने जरूर राहत की सांस लिया है। लेकिन गाँव मे अभी भी उनकी धमक से दूर नही है।

अचानकमार सरपंच मनोज यादव ने बताया कि आये दिन हाथी के उत्पात से परेसान है, ग्रामीण जल्द ही विस्थापन की मांग कर रहे है। हाथी से पीड़ितों परिवार को शासन जल्द ही मुवायजा देने की मांग किया है।

कोटा बफर रेंजरअजय शर्मा ने बताया कि दो ग्रामीणों के मकान को हाथियों ने तोड़ा एवं एक ग्रामीण का फसल को नुकसान पहुचाया है,जिसका प्रकरण तैयार कर क्षति पूर्ति राशि प्रदान किया जायेगा।

error: Content is protected !!