उपमुख्यमंत्री की कठोर कार्यवाही जल जीवन मिशन के गुणवत्ताहीन टंकी को तत्काल तोड़ने के निर्देश….
पानी टंकी के निर्माण में गुणवत्ताहीन होने पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अपने क्षेत्र में पहली बड़ी कार्यवाही से मचा विभाग में हड़कंप…
हरिपथ-लोरमी/रायपुर-9 फरवरी उप मुख्यमंत्री, छ.ग. शासन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, अरूण साव के द्वारा विभाग की प्रथम समीक्षा बैठक के दौरान समस्त विभागीय अधिकारियों को जल जीयन मिशन में कार्यों की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुये समय-सीमा में कार्य पूर्ण कर ग्रामवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं। उनके द्वारा सभी क्षेत्रीय स्तर के मैदानी अधिकारियों को अनिवार्य रूप से मुख्यालय में रहकर कार्यों के सतत् निरीक्षण के भी निर्देश दिये गये हैं।
उप मुख्यमंत्री के द्वारा अपने क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान जल जीवन मिशन के कार्यों का निरीक्षण प्रारंभ कर दिया गया है। इस कड़ी में विधानसभा क्षेत्र मुंगेली के प्रथम प्रवास के दौरान उनके द्वारा ग्राम देवरहट विकासखंड लोरमी में कियान्वित हो रहे पेयजल योजना का निरीक्षण किया गया, जिसके अंतर्गत 90 कि.ली. क्षमता एवं 12 मीटर स्टेजिंग के निर्माणाधीन उच्चस्तरीय टंकी का निरीक्षण किया गया। निर्माण कार्य की गुणवत्ता घटिया स्तर हाने की शिकायत की गई है। निरीक्षण के दौरान माननीय उप मुख्यमंत्री जी को ग्रामवासियों द्वारा अवगत कराया गया कि, यह कार्य 8 से 10 माह से बंद है। टंकी निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किये जाने की शिकायत भी की गई।
उपमुख्यमंत्री द्वारा प्रमुख अभियंता को तत्काल उक्त कार्य के निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। प्रमुख अभियंता द्वारा दिनांक 06.02.2024 को मुख्य अभियंता, बिलासपुर, कार्यपालन अभियंता, खंड मुंगेली, स्थानीय जनप्रतिनिधी एवं मैदानी अमले की उपस्थिति में उक्त कार्य का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सरपंच सावित्री पाठे से भी टंकी निर्माण कार्य के संबंध में जानकारी ली गई। प्रमुख अभियंता द्वारा अपने निरीक्षण प्रतिवेदन के माध्यम से अवगत कराया गया है कि उक्त निर्माण कार्य हेतु एजेंसी श्री राम कंस्ट्रक्शन कम्पनी, बिजुरी (अनुपपुर) है, जिसे खंड कार्यालय मुंगेली के द्वारा 05 दिसम्बर, 2021 को उक्त कार्य हेतु कार्यादेश दिया गया है तथा कार्य हेतु वर्षा ऋतु को मिलाकर 05 माह की समयावधि प्रदान की गई है। टंकी निर्माण कार्य में निर्धारित मापदंड एवं गुणवत्ता का पालन नहीं किये जाने से यह टंकी जनहित में उपयोग के लायक नहीं है। इस
कार्य में ठेकेदार के साथ-साथ विभागीय अभियंताओं की भी गंभीर लापरवाही परिलक्षित हुई है। उक्त कार्य हेतु थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन एजेंसी इंजीनियरिंग स्टॉफ कालेज ऑफ इंडिया
कार्य में ठेकेदार के साथ-साथ विभागीय अभियंताओं की भी गंभीर लापरवाही परिलक्षित हुई है। उक्त कार्य हेतु थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन एजेंसी इंजीनियरिंग स्टॉफ कालेज ऑफ इंडिया, हैदराबाद की भूमिका अत्यंत असंतोषजनक पाई गई।
उल्लेखनीय है कि, उक्त कार्य की लागत रू. 144.90 लाख है जिसके विरूद्ध टंकी निर्माण हेतु अब तक रू. 6,58,368.00 का भुगतान कार्य एजेंसी को किया जा चुका है। टंकी निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए प्रमुख अभियंता द्वारा संबंधितों करने हेतु निर्देशत किये गये हैं।
विशेष निर्देश- गुणवत्ताहीन टंकी को तोड़कर गुणवत्तायुक्त नई पानी टंकी निर्धारित मापदण्ड अनुसार निर्मित करने के निर्देश दिये गये। पुरानी टंकी को ध्वस्त किये जाने की कार्यवाही के दौरान समुचित सावधानी बरतने हेतु ठेकेदार को निर्देशित किया गया जिससे अप्रिय घटना की आशंका ना रहे।
उक्त गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य से जल जीवन मिशन की छवि धूमिल हुई है। अतः भविष्य में उक्त ठेकेदार श्री राम कंस्ट्रक्शन कंपनी को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से संबंधित किसी भी कार्य में भाग लेने से आगामी निर्देश तक प्रतिबंधित किया गया।
मुख्य अभियंता, बिलासपुर को संबंधित कार्यपालन अभियंता श्री आई.पी. मंडावी, वाय. के. मेहरराज, सहायक अभियंता, प्रतीक पाटनी, उपअभियंता के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु कारण बताओ सूचना एवं आरोप पत्र प्रारूप प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं।
प्रमुख अभियंता के निरीक्षण उपरांत उपमुख्यमंत्री द्वारा टंकी ध्वस्त करने की कार्यवाही तत्काल सुनिश्चित किये जाने के निर्देश के परिपालन में टंकी तोड़ने की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। यह प्रमुख अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग छत्तीसगढ़, नवा रायपुर ने जारी किया है।