मानस तीर्थ सोनकुंड में उमड़ा गुरुभक्तों की भीड़,स्वामी शिवानन्द ने निभाया सनातन धर्म परम्परा.…

हरिपथ ◆ पेण्ड्रा◆ 4 जूलाई ग्राम सोनकुंड (बचरवार) में गुरुपूर्णिमा के अवसर प्रतिवर्षानुसार सहज अंर्तध्यान स्वामी प्रकाशानन्द एवं ब्रम्हलीन स्वामी सदानन्द के तपोभूमि व शोड़ेश्वर शिव लिंग के नजदीक पवित्र आस्था कुंड में डुबकी लगाने बड़ी संख्या में श्रद्धलुओं की भीड़ उमड़ी। इस अवसर पर सनातन धर्म की परम्परा निभाने स्वामी शिवानंद महाराज श्री सिद्ध बाबा आश्रम बेलगहना के सानिध्य में गुरु उत्सव मनाया गया।
सोनकुंड आश्रम पर वर्षो से चली आ रही, गुरु शिष्य परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, स्वामी जी मानस तीर्थ सोनकुंड में गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर समाधि पूजा एवं व्यास पूजा किये।

अपने उद्धबोधन में स्वामी शिवानन्द ने कहा की, गुरु बिनु भावनिधि तरही ना कोई,जो बिरंची शंकर सम होही इस कथन की व्याख्या करते हुए बताया की गुरु के बिना कोई भी भावसागर पार नहीं हो सकता, चाहे वो ब्रम्हा जी शंकर जी के समान ही क्यो ना हो ,सदगुरु का अर्थ शिक्षक या आचार्य नहीं है । शिक्षक अथवा आचार्य हमें थोड़ा-बहुत ऐहिक ज्ञान देते हैं लेकिन सदगुरु तो हमें निजस्वरूप का ज्ञान दे देते हैं । जिस ज्ञान की प्राप्ति के बाद मोह उत्पन्न न हो, दुःख का प्रभाव न पड़े और परब्रह्म की प्राप्ति हो जाए ऐसा ज्ञान गुरुकृपा से ही मिलता है । उसे प्राप्त करने की भूख जगानी चाहिए ।

गुरु दीक्षा के लिए लगी कतार– शोड़ेश्वर शिव लिंग मंदिर गर्भगृह में स्वामी शिवानंद ने गुरु परम्परा का निर्वहन करते हुऐ दीक्षा देने का कार्य किये। दीक्षा लेने के लिए लंबी कतार के साथ गुरु दर्शन के लिए भक्त मंदिर के सामने खड़े रहे। सोनकुंड स्वामी श्री सदानंद महाराज का तपोभूमि है, साथ ही गुरु स्थान भी माना जाता है । प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी पूरे भारत भूमि से श्रद्धवान भक्तों का ताँता लगता रहा।

इस शुभ अवसर पर संगीत का भी कार्यक्रम रखा गया जिसमें स्थानीय के अलावा बाहर के लोगो संगीतमय भजन श्रवण करने वाले भक्तों को आनंदित किए। स्वामी शिवानंद सोनकुंड में गुरु पूर्णिमा मानने के बाद दोपहर 3.00 बजे पुनः बेलगहना गंतव्य स्थान लोटे। यहाँ समाधि पूजा व सिद्ध बाबा की पूजा कर कुर्मी समाज द्वारा नवनिर्मित गुरु कृपा भवन का स्वामी जी के कर कमलों से लोकार्पित हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम में सेवा समिति ,प्रबंध समिति एवं पुलिस प्रशासन, विद्युत विभाग सेवा में लगे रहे।इस गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर पेंड्रा,मरवाही विधायक के.के.ध्रुव, अरुण चौहान (जिला पंचायत आध्यक्ष) सहित यूपी,बिहार, मध्यप्रदेश, जम्मू, छत्तीसगढ़ विभिन्न जिलों बड़ी संख्या में दर्शनार्थी पहुंचे