हरिपथ–बेलगहना-19 अगस्त श्री सिद्ध बाबा अद्वैत परमहंस आश्रम बेलगहना में उत्साह पूर्वक सावन के आखरी सोमवार को शिवलिंग में रुद्राभिषेक स्वामी शिवानंद ने श्राद्धालुओ के साथ किए।
श्री सिद्धबाबा अद्वैत परमहंस आश्रम बेलगहना लोगों का आस्था का केंद्र बना हुआ हैं, यहाँ दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर दूर से आते हैं और प्राकृतिक छटा के बीच स्थापित आश्रम मे पहुँचकर मन शांत और चित्त स्थिर हो जाता हैं। स्वामी शिवानंद महाराज के सानिध्य में लगातार पांच वर्षो से पवित्र सावन महिने में प्रत्येक 33 आश्रमों में रुद्राभिषेक किया गया। जिसमे श्रावण पूर्णिमा एवं अंतिम सावन सोमवार को श्री सिद्ध बाबा आश्रम बेलगहना में रद्राभिषेक कार्यक्रम रखा गया। इस आश्रम की बात की जाये तो यहाँ स्वयंभु के स्वरूप में श्री सिद्ध बाबा महाराज जी विराजित है,शास्त्रों के अनुसार सिद्ध बाबा जी का दर्शन पंचस्वरूप में होता है,जिनमें शिव जी, गणेश जी, भैरव बाबा जी,हनुमान जी,और सिद्ध पुरुष,के रूप में दर्शन किया जाता है।
यह सदैव ही महापुरुषों की तपोस्थली रहा है, स्वामी सदानंद महाराज जी ने अपनी त्याग तपस्या और साधना से यहाँ के अलौकिक पारदेश्वर शिव जी की स्थापना किये है, जो की समूचे विश्व में अद्वितीय है।पुराणों में कहा जाता है की पारदेश्वर भगवान जी का दर्शन करने से साक्षात् भगवान शिव जी का दर्शन माना गया है।
इस रुद्राभिषेक कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान अमरनाथ ,भगवान महाकाल,एवं भगवान पारदेश्वर जी का रुद्राभिषेक किया गया। जिसमें आचार्यो के द्वारा रुद्रिपाठ किया । रुद्रिपाठ के मंत्रो से आस पास के वातावरण शुद्ध हो जाता है। इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय श्रद्धालु भक्तों द्वारा गौरा गौरी नृत्य एवं यदुवंशीओ द्वारा राउत नाच प्रस्तुत किया गया इस रुद्राभिषेक कार्यक्रम में कई राज्यों से एवं आश्रमों से श्रद्धालु भक्त सम्मिलित हुये। पूजा पाठ होने के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।