जिस मनियारी नदी में महिला सहित दो बच्चों की पानी में डूबकर मौत हुई,नदी किनारे परिजनों ने लगाया पीपल का पौधा …

हरिपथ ◆ लोरमी ◆ 16 जून ग्राम रबेली में लगभग 10 दिन पूर्व मनियारी नदी एक महिला सहित दो बच्चों की नदी में डूबकर मौत हो गयी थी। मृतक महिला के बच्चों ने ममता का छाँव पाने एक देव वृक्ष पीपल का पौधा रोपे। बड़े होने पर उसी वृक्ष के नीचे माँ के आँचल की छांव भी मिलेगी और राहगीरों को सुकून मिलेगी।
ज्ञात हो कि किसी भी व्यक्ति की असामयिक मृत्यु वास्तव में परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है और इसकी भरपाई होना संभव भी नहीं है।परंतु ग्राम रबेली निवासी शकुंतला बाई कश्यप पति रामानुज कश्यप के परिजनों ने उनकी मृत्यु पर उनके सूनेपन को भरने व उनको निरंतर अपने बीच महसूस करने के लिए दशगात्र पर श्रद्धांजलि स्वरुप एक पीपल पौधे का रोपण किया।
निश्चित ही दिवंगत आत्मा को अपने वंशजों के इस कृत्य से स्वर्गलोक में भी धन्यता का अनुभव करेगी।सचमुच उन वृक्षों के रूप में स्वर्गीय आत्मा की ममता की शीतल छांव संपुर्ण मानव समाज व जीव जगत को सदियों तक प्राप्त होता रहेगा । वृक्षारोपण सर्वाधिक श्रेष्ठ व अविस्मरणीय श्रद्धांजलि है। इन वृक्षो के माध्यम से दिवंगत आत्मा की भावमय उपस्थिति स्मृति के साथ ही सहस्त्रो तप्त जीवो को शीतल छाया, सुमधुर फल व प्राणदायक वायु प्राप्त होते रहेगें। अद्वितीय, अभुतपुर्व कार्य ग्राम रबेली मे संपन्न हुआ जो कि संपूर्ण मानव समाज के लिए एक मिसाल है।इसमें बडी़ संख्या में परिवार,गाँव व समाज के गणमान्य जन सामिल रहे। इस पुनीत कार्य मे पेड़ नही प्राण लगाबो टीम का सराहनीय सहयोग रहा।