कुधुरताल में संगीतमय श्रीमद्भागवत का आयोजन, श्री कृष्ण भक्ति ही जीवन का मूल आधार-लेखनी

हरिपथ न्यूज ◆लोरमी●●14 मार्च ग्राम कुधुरताल में दुलारी राम साहू निवास में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन में संगीतमय कथा का श्रवण करने क्षेत्रबके लोग श्री कृष्ण भक्ति का रसपान कर रहें है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी सोनू चंद्राकर ने श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कर पूजा अर्चना क्षेत्र की खुशहाली के लिये प्रर्थना किये।
कथा वाचक ने भगवान श्री कृष्ण जी की कथा को सुनाते हुए कंस वध का सविस्तार वर्णन किया। जो दुष्ट अत्याचारी होते हैं अंततोगत्वा वे मृत्यु को प्राप्त होते हैं। मथुरा को कंस के अत्याचारों से मुक्त कर भगवान श्री कृष्ण ने नाना उग्रसेन व पिता वसुदेव, माता देवकी को बेड़ियो से मुक्त कर कारागृह से मूक्ति दिलाई। कथा वाचक ने श्री कृष्ण रुकमणी विवाह का सविस्तार वर्णन किया। उन्होंने बताया कि विवाह के बाद 12 वर्ष तक वर्ष तपस्या कर प्रद्युम्न जैसे पुत्र को भगवान श्री कृष्ण माता रुक्मणी ने प्राप्त किया। श्री कृष्ण की स्तुति के भजनों को सुन कर जनमानस झूम उठा। इस अवसर पर अनेक भक्त मौजूद थे। श्रद्धलुओं को संबोधित करते हुये लेखनी चन्द्राकर ने कहा श्रीमद्भागवत में जीवन के मूल उदेश्यों को आत्मसात करके आप भवसागर को पार कर सकते है,यहाँ पाप पुण्य दोनों ही कर्म के हिसाब से फल की प्राप्ति होती है। भागवत में बताया गया है,की कर्म को प्रधान बताया गया है। आयोजन पर परिजनों को बधाई दिए। इस अवसर पर उर्मिला यादव सहित बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
