पीएम नरेंद्र मोदी ने किया ‘कर्तव्य भवन-3’ का राष्ट्र को समर्पण; इसे बताया अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे का प्रतीक…

हरिपथ, नई दिल्ली , 6 अगस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘कर्तव्य भवन-3’ का राष्ट्र को समर्पण किया। उन्होंने इसे सरकार की सेवा भावना और प्रशासनिक दक्षता के प्रतीक के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि “कर्तव्य भवन अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे का एक शानदार उदाहरण है, जो हर व्यक्ति की सेवा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता और निरंतर प्रयासों को दर्शाता है।”

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि यह भवन न केवल नीतियों और योजनाओं को लोगों तक अधिक तेजी और प्रभावशीलता से पहुँचाने में मदद करेगा, बल्कि राष्ट्र के समग्र विकास को भी नई गति प्रदान करेगा।

कर्तव्य भवन-3, सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत विकसित किए जा रहे नए कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट भवनों में से पहला है, जिसका उद्देश्य प्रशासनिक कार्यप्रणालियों को केंद्रीकृत करना और शासन को अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाना है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि भवन के निर्माण में पर्यावरणीय संरक्षण और हरित भवन मानकों का पूर्ण ध्यान रखा गया है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों से भेंट कर उन्हें उनकी मेहनत और समर्पण के लिए धन्यवाद भी दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कर्तव्य भवन के निर्माण में पर्यावरण संरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है, जिसके लिए हमारा देश संकल्पबद्ध है। आज इसके प्रांगण में एक पौधा लगाने का भी सुअवसर मिला।

कार्यक्रम में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर एवं केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने कहा, “कर्तव्य भवन-3 के लोकार्पण कार्यक्रम में साक्षी बनना मेरे लिए गौरव का विषय है।
श्री साहू ने आगे कहा कि “कर्तव्य भवन जैसी संरचनाएं शासन को न केवल कुशल बनाती हैं, बल्कि यह कार्य संस्कृति, पारदर्शिता और जवाबदेही को भी मजबूती प्रदान करती हैं।