लापता बच्ची मामला:परिजनों के पॉलीग्राफ एवं ब्रेन जांच के बाद अब अन्य संदिग्धों की नार्को टेस्ट की तैयारी !

हरिपथ–लोरमी-कोसाबाड़ी से एक 7 वर्षीय बच्ची लगभग 52 दिनों से लापता है। पुलिस मामले में अबतक शमशाम से एक कम उम्र बच्चे की मानव कंकाल एवं अवशेष मिला जिसके आधार पर परिजनों के डीएनए मिलान कराने के साथ नार्को जांच कोर्ट से अनुमति लेकर ब्रेन मैपिंग एवं पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया जा चुका है,अब मामले में पुलिस ने अन्य लोगो की नार्को टेस्ट के लिये संदिग्धों की पहचान किया है!
परिजन के जांच के दायरे में -पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लापता बच्ची मामले में अब तक तीन संदिग्धों के पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग टेस्ट हो चुके हैं। उनकी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने न्यायालय से नार्को टेस्ट की अनुमति प्राप्त कर ली है। पुलिस ने साथ ही जांच में अन्य संदिग्धों के नार्को टेस्ट के लिए अनुमति लेने तैयारी कर रही है।

पुलिस ने बताया कि ,मामले में लापता बच्ची की माँ सहित तीन सदस्यों माँ पुष्पा, पिता जनक एवं रिश्ते में भाभी रितु का नार्को परीक्षण कराने का पुलिस ने न्यायालय से अनुमति लेकर पॉलीग्राफ टेस्ट, ब्रेन जांच हो चुकी है,जिसकी रिपोर्ट लेकर नार्को के लिए तिथि निर्धारित होना बाकी हैं। जो रायपुर के एफएसल में प्रशिक्षित टीम करेगी।
गौरतलब है,जिला एवँ क्षेत्र का पहला हाईप्रोफाइल मामला होगा,जिसमें जाँच में संदिग्धों की नार्को टेस्ट के कराने फैसला लिया। मामला बेहद संवेदनशील और जटिल है, इसलिए किसी निर्दोष को फंसाने से बचाते हुए पुख्ता साक्ष्य के आधार ही कार्रवाई की जा रही है।
मनहूस रात और मासूम की गुमशुदगी– 11-12 अप्रैल की पूर्णिमा की रात को रहस्यमयी तरीके से अपने घर कोसाबाड़ी से गायब हो गई थी। 7 वर्षीय यह बच्ची दूसरी कक्षा की मेधावी छात्रा थी। घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैला, विरोध-प्रदर्शन हुए और इनाम की घोषणा भी की गई।
10 मई को लापता बच्ची के घर से लगभग आठ सौ मीटर दूरी पर श्मशान घाट के पास एक खेत मे क्षत-विक्षत मानव कंकाल एवँ अवशेष सहित एक अंडरवियर बरामद हुआ। फॉरेंसिक जांच और डीएनए परीक्षण के बाद रिपोर्ट पुलिस को नही मिली है।
तंत्र-मंत्र के एंगल से भी हो रही जांच-प्राथमिक जांच में यह संकेत मिल रहे हैं कि यह घटना तंत्र-मंत्र या नरबलि से जुड़ी हो सकती है! जो जांच का विषय है, हर पहलू से इस गुत्थी को सुलझाने में पुलिस जुटी है।पुलिस अब यह जानने में जुटी है कि मौत की वजह क्य थी – हत्या, तंत्र-मंत्र या कोई और कारण?
पुलिस के अनुसार, अब तक के साक्ष्य यह दर्शाते हैं कि यह कोई सामान्य मामला नहीं है। यह किसी गहरे षड्यंत्र या तांत्रिक साधना से जुड़ा हो सकता है। जांच में जुटी टीम हर कड़ी को जोड़कर आरोपी तक पहुँचने की कोशिश कर रही है। फिलहाल रहस्य कायम है, लेकिन पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने के करीब नजर आ रही है।
एसडीओपी नवनीत पाटील ने बताया कि इस मामले में डीएनए रिपोर्ट अपेक्षित है,मामले में तीन लोगों की ब्रेन, एवं पॉलीग्राफ टेस्ट हो चुका है, जांच के दौरान आवश्कता के अनुसार अन्य लोगो की नार्को टेस्ट की कोर्ट से अनुमति पुलिस ले सकती है।