हरिपथ–लोरमी– 26 अप्रेल वन परिक्षेत्र खुड़िया एवं एटीआर वनक्षेत्र से लगे विद्युत लाईन 11 केव्ही एवं 33 केव्ही विद्युत लाईन का संयुक्त टीम ने सर्वे किया।
क्षेत्र में विद्युत करंट से वन प्राणियों का शिकार संभावित क्षेत्र का ओपन तार से ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत लाईन का संयुक्त टीम ने 30 किलोमीटर का चार टीम ने सर्वेक्षण कर जीपीएस डाटा सहित संभावित शिकार क्षेत्र एवं लूज कनेक्शन का टीम ने सर्वे किया गया।
गौरतलब है, कि खुड़िया क्षेत्र में लगातार वन प्राणियों के शिकार की बढ़ती घटनाएं सम्भावित क्षेत्र का वन संयुक्त टीम ने 30 स्थानों को चिन्हित भी किया है,जो खुली तार से विद्युत सप्लाई हो रहा है। इस स्थान को विभाग ने जीपीएस लोकेशन का डाटा भी दर्ज कर रही है,जिससे यहाँ शिकार या दुर्घटना उचित रोकथाम के लिए कारगार कदम उठाया जा सके।
खुड़िया वनपरिक्षेत्र में हाथी से लेकर तेंदुआ, भालू, चीतल, जंगली सूअर एवं अन्य बेजुबान वन्य प्राणी विद्युत तार के चपेट में आने से मृत्यु हो चुकी है। कुछ दिनों पूर्व ही यहाँ आठ ग्रामीणों को वर्ग एक के श्रेणी में आने वाले जानवरों के दांत,नाखून एवं बाल सहित अवशेष जप्त किये है।
बताया जा रहा है,विद्युत लाईन की मदद से बड़े आसानी से शिकारियों द्वारा नंगी तार लगाकर आखेट किया जाता है, तो कभी तार को काटकर जमीन में ही छोड़ दिया जाता है। वहां से गुजरने वाले सभी जानवर विद्युत तारंगित के चपेट में आकर दुर्घटना के शिकार होते हैं,या फिर शिकारों के बिछाए तार में अपनी जान गवा बैठते हैं।
वनविभाग एसडीओ हंसदास सूर्यवंशी ने बताया कि वन मंडल खुड़िया एवं अचानकमार टाइगर रिजर्व टीम के साथ प्रशिक्षण एवं भ्रमण पूरे खुड़िया परिक्षेत्र में फैली 11kv/33kV electric line का निरीक्षण एवं एंटीस्नेयर वॉक किया गया ।