मुंगेली/लोरमी

जंगली हाथियों ने छपरवा वनक्षेत्र में पाँच घर को तोड़ा.. जनपद उपाध्यक्ष ने पीड़ितो का हालचाल जाना…

हरिपथ न्यूज लोरमी (एटीआर)… 9 अप्रेल एटीआर के ग्राम छपरवा में मंगलवार को 5 घरों में खाने के लालच में जमकर उत्पात मचाया एक घर को पूरी तरह से तबाह कर दिया। लापवाह अधिकारी रेंज के अंतर्गत ग्रामीणों को बचने के लिए मुनादी व अन्य आवश्यक सामान भी उपलब्ध नही कराये? जिससे ग्रामीणों ने नाराजगी साफ दिखाई दिये।  8 अप्रेल को शनिवार को अचानकमार टाईगर रिज़र्व के कोर जोन छपरवा का दौरा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष खुशबू वैष्णव ने वनवासी पांचों पीड़ित परिवार से मिलकर उनका हाल चाल जाना एव उनके लिये जल्द ही विभाग से मुवायजा राशि को दिलाने के बात कही उनके घरों बनाने में सहयोग भी करेंगी।

जनपद उपाध्यक्ष पहुँची ग्राम पंचायत छपरवा में हाथियों के झुंड के द्वारा तोड़े गए घर वालों के परिवार से मिलने पहुंची जनपद उपाध्यक्ष खुशबू आदित्य वैष्णव। पीड़ित वनवासियों से मिल कर जनपद उपाध्यक्ष खुशबू वैष्णव ने वालों को सहायता देने का आश्वासन दिया। इन परिवारों का हाथियों के द्वारा नुकसान पहुंचाया जेठूराम /सोनसिंह/2 बरातू बैगा/ पकला/3 पकला/ बुद्धु बैगा 4 फूलसिंह/स्व चमरु बैगा सामिल इनमे से दो घरों में रखें 70-70किलो राशन को हाथी चट कर गये।

जनपद पंचायत उपाध्यक्ष खुशबू वैष्णव ने कहा कि वनवासियों को जल्द ही राहत के लिये वे अधिकारीयो से मुलाकात कर उनके घरों के निर्माण के लिये सहयोग करने आस्वस्त किये।

एटीआर में हाथी मित्र दल कागजों- हाथियों का झुंड लगातार विगत 6 माह से अचानकमार के कोर जोन में निवासरत हैं । जिससे वहां के निवासियों में भय बना हुआ है। हाथी मित्र , दल एव सुरक्षात्मक उपाय सिर्फ कागजों में है?जिसे अधिकारी के टेबलों व बफर इलाके के गाँव मे देखा जा सकता है? वनवासी महिला का दो माह पूर्व बफर जोन में ग्राम डंगनिया स्थित एक गर्भवती की हाथियों के भय के कारण आपाधापी में गिरकर मृत्यु हो गयी। क्या इससे विभाग सबक लेकर कुम्भकर्णी निंद्रा जागृत नही हुई? ग्रामीणों ने बताया कि हमें अगर समय रहते सचेत कर दिया जाता तो इस हादसा से बचा जा सकता था? वन अफसर वनाचंल में निर्माण कार्य के आल्वा वहाँ के बाशिन्दों के जानमाल की सुराक्षात्मक उपाय किसके जिम्मेदारी है।

वनवासियों ने अचानकमार के प्रबंधन एवं अधिकारियों से शिकायत कर हाथियों के आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगा चुके हैं । लेकिन यह अचानकमार के अधिकारी कर्मचारी हाथियों को खदेड़ने में अभी तक नाकामयाब हैं । वनांचल के लोग हाथियों के आतंक से रतजगा कर रहे है । सुरक्षा के कोई उचित प्रबंध अचानकमार टाईगर रिज़र्व के अधिकारी कर्मचारी नहीं कर पा रहे हैं । छपरवा वनपरिक्षेत्रधिकारी अविनाश से दुरभाष पर संपर्क करने पर बताया कि मुनादी कराते है। मुवायजा प्रकरण बनाएंगे।

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