मुंगेली

पशुधन विकास विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने कृत्रिम गर्भाधन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 06 उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं को सम्मानित किये…

हरिपथ न्यूजमुंगेली 13 अप्रैल कलेक्टर राहुल देव ने बुधवार को जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में पशुधन विकास विभाग की वार्षिक समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने 20वीं पशु संगणना अनुसार जिले में विकासखण्डवार गौवंशीय, भैंसवंशीय, बकरी, भेड़, सूकर तथा कुक्कुट की संख्या, कृत्रिम गर्भाधान व वसोत्पादन, पशु उपचार, औषधि वितरण, बधियाकरण, पशुओं में टीकाकरण के संबंध में जानकारी ली।

उन्होंने विभागीय व्यक्तिमूलक योजनाओं पर अनुसूचित जनजाति उपयोजना तथा अनुसूचित जाति विशेष घटक योजना के तहत अनुदान पर बैकयार्ड कुक्कुट पालन, बकरा वितरण, शतप्रतिशत अनुदान पर सांड वितरण योजनाओं सहित राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना व अनुसूचित जनजाति उपयोजना के सूकरत्रयी वितरण योजना की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में कृत्रिम गर्भाधन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 06 उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया।


उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डाॅ. आर. एम. त्रिपाठी ने बताया कि जिले में 02 लाख 63 हजार 483 गौवंशी, 46 हजार 215 भैंसवंशी, 74 हजार 325 बकरी, 1207 भेंड़, 1084 सूअर तथा 02 लाख 08 हजार 575 कुक्कुट की संख्या है। वित्त वर्ष 2022-23 में तीनों विकासखण्ड अंतर्गत 76 हजार 319 पशु उपचार, 01 लाख 83 हजार 801 पशुओं के लिए औषधि वितरण, 09 हजार 677 बधियाकरण, 18 हजार 486 पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान, 03 हजार 660 वसोत्पादन तथा राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 05 लाख 22 हजार 861 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। इसी तरह विभागीय योजनाओं के अंतर्गत बैकयार्ड कुक्कुट पालन, सूकरत्रयी वितरण योजना, नर बकरा वितरण योजना, सांड वितरण योजना तथा राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत प्राप्त लक्ष्य के विरूद्ध लगभग शत-प्रतिशत उपलब्धी हासिल की गई है। कलेक्टर ने अधिक से अधिक पशुओं में टैगिंग करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर तीर्थराज अग्रवाल और संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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