बोडतराकला: उपडाकघर में पोस्ट मास्टर ने सुकन्या समृद्धि योजना सहित अन्य खाते के 30 लाख से अधिक हेराफेरी ! जांच में जुटा डाक विभाग…

हरिपथ–लोरमी– 18 जून उपडाकघर के अंतर्गत शाखा डाकघर बोड़तरा कला में पोस्ट मास्टर द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना सहित अन्य खाते से लाखों रुपए का गबन का मामला प्रकाश में आया है। पोस्ट मास्टर ने हितग्राहियों से राशि तो ली है, लेकिन उस राशि को खाते में ही जमा नहीं किया है। हितग्राहियों की शिकायत के बाद विभाग ने जांच शुरू कर दी है। शिकायत मिलने के बाद बिलासपुर डाकघर के उपसंभागीय निरीक्षक बोड़तरा कला ब्रांच पहुंचे और ऑफिस का ताला तोड़वाकर दस्तावेज को जब्त किया है, साथ ही विभाग ने जांच शुरू करते हुए हितग्राहियों से पासबुक जमा करते हुए गबन का आंकड़ा का पता लगाने में जुटी हुई है। मामला उजागर होने के बाद पोस्ट मास्टर फरार हो गया है।
बोड़तरा कला ब्रांच में पदस्थ पोस्टमास्टर केशव आर्मो पर हितग्राहियों से सुकन्या समृद्धि योजना सहित अन्य बचत खाते की राशि में गबन आरोप है। इसका खुलासा कुछ दिन पहले ही हुआ है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पोस्ट मास्टर केशव आर्मी हितग्राहियों से एक अपने निजी व्यक्ति के माध्यम से हितग्राहियों के घर या दुकान जाकर सुकन्या समृद्धि योजना एवं बचत खाते के राशि एकत्रित करता था।
खाते के लिए राशि एकत्र कराता था। बदले में पावती भी देता था। लेकिन वह सब पावर्ती फर्जी निकला। गांव के एक संभ्रांत नागरिक ने सीए से ऑडिट कराने के लिए पोस्ट मास्टर से अपनी सुकन्या समृद्धि योजना के स्टेटमेंट की मांग की। तब पोस्ट तास्टर ने फर्जी स्टेटमेंट थमा दिया। शंका होने पर उन्होंने सीधे लोरमी उप डाकघर में अपने कर्मचारियों
स्टेटमेंट के लिए खाता नंबर के साथ भेजा। तब फर्जीवाड़े का पता चला। स्टेटमेंट देखने पर पता चला कि पोस्ट मास्टर ने खाते में चार से पांच लाख की राशि ही जमा नहीं किया है। यानि गबन कर दिया है। सिर्फ एक हितग्राही से ही इतनी बड़ी रकम का गबन पता चलने पर यह खबर पूरे गांव में फैल गई और दर्जनों हितग्राहियों ने लोरमी उप डाकघर में
पोस्ट ऑफिस का ताला तोड़कर दस्तावेज जब्त-हितग्राहियों के द्वारा शिकायत किए जाने के बाद डाक विभाग बिलासपुर के उपसंभागीय निरीक्षक पंकज मिश्रा, विभागीय कर्मचारियों के साथ ग्राम बोड़तरा कला पहुंचे और सरपंच तथा गांव के संभ्रांत लोगों की उपस्थिति में ब्रांच कार्यालय का ताला तोड़कर ऑफिस में रखें दस्तावेजों को जप्त किया गया है और विभाग ने पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक तौर पर विभाग के अधिकारियों हितग्राहियों से सुकन्या समृद्धि योजना सहित अन्य खाते का पासबुक जमा करा रहे है अधिकारियों का कहना है कि खाते का पासबुक जमा होने के बाद गबन की राशि का पता चल सकेगा।
पोस्ट मास्टर ने हितग्राहियों को दी फर्जी पावती-केंद्र शासन के द्वारा सुकन्या समृद्धि के नाम से महत्वाकांक्षी योजना चलाई जा रही है इसके तहत सरकार कन्या के जन्म के बाद 18 वर्ष तक राशि जमा कर करने के लिए प्रेषित कर रही है, ताकि बेटियों के ब्याह आदि पर राशि काम आ सके, लेकिन बोड़तरा कला में पदस्थ पोस्ट मास्टर ने इस योजना का बेजा लाभ उठाया है। दरअसल इस योजना के माध्यम से राशि जमा होने के बाद लंबी समय होने के बाद ही राशि का आहरण करना होता है हितग्राही योजना के तहत राशि जमा करने के लिए पोस्ट मास्टर को देते गए। मेच्योर लेट में होने की वजह से हितग्राहियों ने अपनी जमा राशि के संबंध में पता भी नहीं किया और इधर पोस्ट मास्टर राशि लेकर दुरुपयोग करते रहे। हितग्राहियों ने बताया कि पोस्ट मास्टर द्वारा राशि लेने के बाद बाकायदा कई लोगों को पावती भी दिया गया है लेकिन खाते में राशि जमा नहीं किया गया है, फिरहाल पूरा प्रकरण सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है हितग्राही अपनी राशि पाने के लिए जहोद्दत कर रहे है। अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार पोस्ट मास्टर द्वारा दिए गए खाता पासबुक और फर्जी पावती को जांच के लिए उपलब्ध करा रहे हैं।
जाकर खाते का मिलान किया तब पता चला कि पोस्ट मास्टर ने हितग्राहियों से प्राप्त राशि का गबन कर लिया है. ऐसे कई शिकायते प्राप्त हुई। राशि वापस करने का दबाव बनने पर पोस्ट मास्टर पिछले 4 दिन से फरार हो गया है।
उच्चअधिकारियों को प्रकरण की जानकारी-होने पर विभाग के द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। सिर्फ बोड़तरा गांव में 25 से 30 लाख के गबन का पता चला है। गबन की राशि एक करोड़ से ऊपर की जाने की संभावना ग्रामीण जता रहे हैं।
बिलासपुर डाक विभाग के उपसंभागीय निरीक्षक पंकज मिश्रा ने कहा कि हितग्राहियों से शिकायत मिलने के बाद बोड़तरा कला ब्रांच की जांच शुरू कर दी गई है। प्राथमिक जांच में सुकन्या समृद्धि योजना में गबन पाया गया है सभी हितग्राहियों से पासबुक जमा कराया जा रहा है ताकि हितग्राहियों के दावा की जांच की जा सके। गबन की राशि जांच के बाद ही पता चल सकेगा। हितग्राहियों से अपील की जाती है कि वे जांच में सहयोग करें।