होली से पूर्व नगाड़ा के थाप से गुंजा- दे दे बुलउवा राधे को…

हरिपथ–लोरमी– होली से पूर्व फागुन महीने में टेसू के फूल एवं फाग गीत परम्परा होली आने के संकेत है। नगर के मां महामाया मंदिर के सामने प्रसिद्ध टोलियों ने नगाड़े के थाप पर लोक पारम्परिक फाग गीत की प्रस्तुति देकर होली की मस्ती का आनंद लिए।
होली मस्ती और आनंद का त्यौहार है रंगों का त्यौहार है जिसमें विभिन्न रंगों एक साथ मिलकर रंग एक दूसरे के ऊपर उड़ेलते हैं इसके पूर्व ही क्षेत्र नगर में लोक पारंपरिक फाग गीत नगरों की थाप पर विभिन्न गीतों के माध्यम से होली की मस्ती का प्रस्तुति देते हैं जैसे कि दे दे बुलावा राधे को सहित ऐसे अनेक गीत है ,जिस पर लोग खड़े होकर घंटो फाग गीत सुनकर होली के आनंद और मस्ती में डूबे रहते है।

गौरतलब है,कि फागुन में टेसू के फूल एवं फाग गीत होली के आने के संकेत है,जिसका लोगो को इंतजार रहता है। फाग गीत गायन परंपरा आज भी नगर सहित ग्रामीण अंचल मे प्रचलित है, जिसकी लोग बखुबी परंपरागत ढंग से लोग निर्वहन कर रहे है। नगर के विभिन्न मोहल्ले में फाग गीत का आयोजन किया जा रहा है। नगर में होली के रंग पिचकारी एवं अन्य सामग्री बिक्री के लिए तैयार है।