हरिपथ–लोरमी– 21 फरवरी धर्म रक्षा निधि के रूप 51000 समर्पित किया दिनेश ज्वेलर्स के संचालक जगदीश सोनी ने
एक दिवसीय प्रवास पर पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश कार्य अध्यक्ष चंद्रशेखर वर्मा लोरमी के सुप्रसिद्ध प्रतिष्ठान दिनेश ज्वेलर्स के संचालक जगदीश सोनी से आत्मीय भेंट करने उनके निज निवास गए जहां उन्होंने चर्चा करते हुए दान का महत्व और कर्तव्य परायणता की चर्चा करते हुए वर्तमान समय में चल रहे अभियानों और कार्यक्रमों की जानकारी परिवार जनों से चर्चा की और सबको इन पुनीत कामों में बढ़चढ़कर आगे आकर सहयोग करने की अपील की।जिसे सहर्ष स्वीकार करते हुए परिवार जनों ने मिलकर उन्हें प्रदेश और जिले में चल रहे धर्म रक्षा निधि समर्पण अभियान के लिए 51000 रुपए का अंशदान किया।विश्व हिंदू परिषद अपने हिंदू धर्म,संस्कृति और संस्कार की रक्षा का दायित्व लेकर पूर्वजों के इस सुंदर देश भारत को और सनातन हिंदू संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अनेक प्रकल्प शुरू किए है।जिसके लिए आम जन मानस से सहयोग और सहभागिता निभाने का आह्वान किया गया।दिनेश ज्वेलर्स एक प्रतिष्ठित संस्थान है जिसमें शहर सहित ग्राम वासियों का भी बड़ी संख्या में पसंदीदा जलेवरी शॉप के रूप में पहचान है।साथ ही सोनी जी धर्म परायण,मानस सम्मेलन समिति के अध्यक्षता में प्रतिवर्ष कोई न कोई महान संत के व्याख्यान संपन्न किए जाते है।इस वर्ष संपन्न हुए ऐतिहासिक 22 जनवरी को मानस मंच में भगवान श्री राम जानकी विग्रह की प्राण विग्रह करके स्थापित किया गया है। नगरवासियों का भरपूर सहयोग मिला है।दान परंपरा हमारी उन्नत श्रेष्ठ साधन है अपने जीवन को दूसरों के लिए लगाने का। पुरे जिले में अनेक प्रखंडों में यह अभियान चलेगा जिसके लिए सभी धर्म रक्षकों हिंदू जन मानस के लोगों,व्यापारियों,कर्मचारियों,किसानों,महिलाओं सबको हिंदुत्व के लिए अपना हाथ बढ़ाने के लिए अपील किया गया है।इस अवसर पर मुंगेली जिला अध्यक्ष दिनेश सोनी ने एक लाख रुपए धर्म रक्षा निधि समर्पित करने का संकल्प किया।
चंद्रशेखर वर्मा ने सभी हिंदू हितैषी बंधु माताओं को अधिकाधिक धन समर्पित करने के लिए आग्रह किया है।देश की रक्षा धर्म हमारा,धर्म की सेवा कर्म हमारा,इसके लिए जीवन में श्रम परिहार कर अपने समय भी निकालकर जन मन में भाव जागरण कार्य के लिए लगने की अपील किए। इस अवसर पर नरेश अग्रवाल, राजकुमार कश्यप, सन्तोष साहू फौजी,जैजैराम राजपूत सहित अन्य उपस्थित रहें।