पांच साल से इंतजार! नियमितिकरण की मांग को लेकर संविदा कर्मचारी हड़ताल पर… सरकारी अस्पतालों की तबियत नासाज होने लगी?

हरिपथ ◆ मुंगेली ◆ 5 जुलाई विगत दो दिनों से प्रदेश के समस्त संविदा कर्मचारियों ने काम बंद कर हड़ताड़ पर चले गए है। इससे सरकारी अस्पतालों की तबियत बिगड़ने लगी है? संविदा कर्मचारियों ने पांच वर्ष पहले भी संघर्षरत है,आज भी उसी रास्ते पर चल रहे। नियमितिकरण के लिए संघर्षरत थे। जुलाई 2018 में दौरान कांग्रेस के बड़े नेता हड़ताली मंच में जाकर सरकार बनने पर 10 दिनों के भीतर नियमित करने का वादा किया था ? यह एक बड़ा प्रश्न संविदा कर्मचारियों ने दूसरे दिन हड़ताली मंच पर उठाया है। हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
महासंघ के जिला संयोजक ताकेश्वर साहू ने बताया कि सरकार ने हम संविदा कर्मचारियों से साढ़े चार साल में सरकार की तरफ से संवादहीनता की स्तिथि है ,रथयात्रा में 33 कलेक्टर को ज्ञापन और कई कांग्रेस विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन देने के बाद भी संवाद कायम नहीं किए यह लोकतंत्र में चिंताजनक एवं दुखद है। सरकार अपने वादे अनुरूप हमें नियमितिकरण पर स्पष्ट रूप से संकेत नही दिए है।
एनएचएम जिला अध्यक्ष लव सिंह बताया कि आगर खेल परिसर में संविदा कर्मचारी की भीड़ देख सरकार हमारी मांग पर ध्यान देना चाहिये। अगर सरकार स्पस्ट नही करती है,तो यह आंदोलन दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जायेगा।
लोरमी ब्लाक संयोजक नितिन चंद्राकर पथरिया ब्लाक संयोजक सूर्यकांत उपाध्याय ने बताया कि मेनिफेस्टो में नियमितीकरण की अपनी बात तो किये लेकिन पांच वर्ष में किसी भी प्रकार का ठोस अमल नहीं किया गया। यह रथयात्रा के माध्यम से रायपुर तूता में एकत्रित संविदा कर्मी की भीड़ 2024 के चुनाव में छत्तीसगढ़ में किस पार्टी की सरकार बनेगी यह तय करेगी। इस सरकार को सचेत होना चाहिए ।
महासंघ के कोषाध्यक्ष मनीष तंबोली, एवम् सक्रिय सदस्य दिलीप बसंत ने कहा कि सरकार को हम स्पष्ट रूप से यह कहना चाहते है, अपने अंतिम बजट अनुपूरक बजट में सरकार हम संविदा कर्मचारियों से किया हुआ वादा पूरा करे । संविदा कर्मचारियों के हड़ताल के द्वितीय दिवस में नियमितीकरण हेतु हनुमान चालीसा का पाठ किया कर सद्बुद्धि यज्ञ भी किया गया।
हड़ताल स्थल पर जिला मुंगेली के भानु पात्रे, नवीन जायसवाल, धीरज रात्रे, अमिताभ तिवारी,रविशंकर व्यास,मनीष गुप्ता, Dr अखिलेश बंजारे,लव सिंह,अवि साहू,पवन निर्मलकर, धनंजय, परमेश्वर यादव, चंद्रहास,संदीप,अजय, Dr मीनाक्षी बंजारे, बीना धृतलहरे, सीमा मांझी, निशी मसीह सुमेश जायसवाल, सहित 350 संविदा कर्मचारी उपस्थित रहें।