मुंगेली/लोरमी

बायसन (गौर)के करेंट से मौत मामले में पाँच शिकारी वनविभाग के शिकंजे में चार संदिग्ध आरोपी फरार…

हरिपथ न्यूजमुंगेली/लोरमी–11 मार्च वनरिक्षेत्र ग्राम परसवारा के कक्ष क्रमांक 1535 में हुये नर वयस्क बायसन की शिकारियों द्वारा बिछाये गये ,तार में दर्दनाक मौत हो गयी थी। वनविभाग की टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने बड़ी सफलता मिली है। चार आरोपी विभाग के पकड़ से बाहर है। आरोपियों को जिला न्यायालय में प्रस्तुत किये,कोर्ट के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल कराये।

शनिवार की सुबह 9 बजे एसडीओ मानवेन्द्र कुमार के निर्देशन एवं डीएफओ के मार्गदर्शन में आरोपियों के घरों में दबिश देकर ग्राम परसवारा के निवासी सालिक 40 वर्ष पिता भगवान सिंह राठौर, शत्रुहन 36 वर्ष पिता भगवान सिंह राठौर, प्रदीप 26 वर्ष पिता अयोध्या सिंह राठौर, सीताराम 42 वर्ष पिता रामायण सिंह राठौर,कौशल 42 वर्ष पिता गणेश सिंह राठौर को टीम ने धरदबोचा वही 4 अन्य आरोपी फरार बताये जा रहें है। पांच आरोपियों को स्थानीय विभागीय रेस्ट हाउस में पूछताछ कर वन्यप्राणि की बिछाये गये विद्युत प्रवाहित तार से मौत जप्त कर विभागीय कार्यवाही के बाद जिला सत्र न्यायालय में प्रस्तुत कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिला कराये ।

वनविभाग से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र वके सबसे चर्चित मामले में वनविभाग की टीम को परसवारा बीट के कक्ष क्रमांक 1535 में शिकारियों द्वारा करेंट प्रवहित जीआई तार में विगत दिनों एक 14, 15 वर्षीय नर वयस्क बायसन की करेंट के चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गयी थी। वनविभाग ने 9 मार्च को मृत बायसन की पोस्टमार्टम कराया । घटना में करेंट से मौत की पुष्टि होने के बाद एटीआर के डॉग स्क्वायड टीम की घटना स्थल में मदद ली गई। डॉग सिम्बा व नेरो ने घटना स्थल से एक लगभग एक किलोमीटर दूरी पर आरोपियों की घरों घुसे विभाग ने 9 आरोपियों की पहचान कर कार्यवाही को अंजाम दिया गया। आज पांच आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने गांव में अवैध शिकार का भंडाफोड़ हुआ।

फारेस्ट एसडीओ मानवेन्द्र कुमार ने बताया कि बायसन मामले में खिलाफ वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 की धारा 9 के तहत आज पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंगेली सत्र न्यायालय में प्रस्तुत कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिला कराया गया। कुल 9 लोगो के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है,जो आरोपियों की संख्या कम ज्यादा हो सकती है। 4 अन्य संदिग्ध फरार आरोपियों पतासाजी किया जा रहा है,जो जल्द ही पकड़े जाएंगे। पांच आरोपियों से शिकार में प्रयुक्त तार लकड़ी खुटा भी जप्ती किया गया है।

वनपरिक्षेत्र अधिकारी दीक्षा बर्मन ने मामले का खुलासा करते हुये बताया कि पांच आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण 1972 की धारा 9,39, 3,(स), धारा 51,52 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

वनविभाग के गिरफ्त में आरोपी

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