
हरिपथ,लोरमी-6 अगस्त,ग्राम औराबांधा के शासकीय प्राथमिक शाला विकासखंड मुख्यालय से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर है,छत्त का प्लास्टर गिरा रहा है, विद्यार्थियों एवं शिक्षक जान जोखिम में डालकर अध्ययन कार्य सम्पादित हो रहा है। भवन एवं किचन शेड पूर्ण रूप से जर्जर हो चुका है जिसमें बच्चों को अध्यापन कार्य कराया जाना संभव नहीं है।

मिली जानकारी के अनुसार शाला परिसर में अतिरिक्त कमरा उपलब्ध नहीं होने के कारण इसी जर्जर कक्षा में अध्यापन कार्य कराया जा रहा है। शाला भवन की जर्जर स्थिति की सूचना उच्च कार्यालय को दिया जा चुका है ,जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुआ है। बच्चों को जर्जर कक्षा में बैठाकर अध्यापन कार्य जाना जोखिम भरा है।


इसी प्रकार बच्चों के लिए मध्यान भोजन तैयार करने के लिए किचन शेड की व्यवस्था नहीं है। मध्यान्ह भोजन पकाने के लिए जर्जर अतिरिक्त कक्ष में किया जा रहा है जिसकी छत में जल जमाव होने के बाद गन्दा पानी भोजन में टपकता है, जो कि खाने से स्वास्थ्य प्रभवित हो सकती है। उन्होंने बताया कि जर्जर भवन का प्लास्टर भरभराकर गिर रहा है,जिसमे बड़ा हादसा होने की आशंका है। आगे अध्यापन कार्य के लिये शिक्षको ने विभगागीय अधिकारियों को पत्र व्यवहार कर हाथ खड़ा कर दिये है।

शिक्षक ने प्रशासनिक अमला से मांग किये है,कि विद्यालय की सुध लेकर और बच्चों को सुरक्षित वातावरण में अध्यापन कार्य सुचारू रूप से चलाने मांग किये है।शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष देवलाल साहू एवं मनोजदास मानिकपुरी को भी प्रबंधन ने जानकारी दिया गया।
प्रधान पाठक दिनेश सिंह राजपूत ने बताया कि छत की स्थिति इतनी जर्जर एवं खराब होने से किसी समय अनहोनी होने की आशंका जताई है।
बीईओ मनीषा पाटले ने कहा कि प्राथमिक व मिडिल स्कुल भवन के छत्त मरम्मत के लिये जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित में जानकारी दिया गया है।