विडम्बना: गाँव में बारिस बतायेगा कब करना है,अंतिम संस्कार! दो दिनों तक घरों में शव रखे रहे ग्रामीण… 7 साल से मांग..

हरिपथ–लोरमी,14 जुलाई ब्लॉक के अंतर्गत समीपस्थ ग्राम पंचायत गाड़ाटोला में मुक्तिधाम में शेड नही होने से गाँव दो बुजुर्ग महिलाओं का अंतिम संस्कार दो दिन बाद करने का मामला प्रकाश में आया है। गाँव का जागरूक युवक ने मुक्तिधाम शेड निर्माण के लिये सात वर्ष से सरकारी दफ्तरों में आवेदन देकर मांग कर चक्कर लगा रहा है।
अंतिम संस्कार जैसे हिन्दू रीति रिवाज में महत्वपूर्ण माना जाता है,जिसमें मान्यता अनुसार पंचतत्व से बने मानव शरीर को जलाने की प्रथा है,लेकिन गाँव मे जगह तो निर्धारित होने के बाद एवं सुरक्षित शेड निर्माण नही होने से मौसम बताएगा कि कब की अंतिम संस्कार होगा ? तम्बू तानकर किये अंतिम संस्कार।

कहाँ गए ग्राम पंचायत एवं जनपद, जिला पंचायत के शसकीय योजना के निर्माण एजेंसियां शेड जैसे कम खर्च में निर्माण होने वाले कार्य को भी नही कर पाना विडम्बना है,साथ ही जनप्रतिनिधियों के निरंकुश कार्य प्रणाली को दर्शाता है! गाँव के इस यूवक ने जहाँ सरकारी तंत्र की सक्रियता का पोल खोलकर रख दिया है? जिसपर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।
जागरूक युवक दुर्गेश श्रीवास ने बताया कि वह पिछले 7 वर्षों से शासन- प्रशासन से गुहार इस बात के लिए लगा रहा है कि उसके गांव में मुक्तिधाम शेड नहीं है।
युवक ने बताया कि वह “ग्राम सुराज अभियान” में आवेदन दिया था । उसमें शासन द्वारा किसी भी प्रकार की सुध नहीं ली गई । तब वह पुनः मुख्यकार्यपालन अधिकारी लोरमी को गुहार लगाया। मगर वहां भी उसे निराशा मिली है।
विगत सरकार में “भेट मुलाकात अभियान” में भी आवेदन दिया था, उसमें भी उसे संतोषप्रद जवाब नहीं मिला । हाल में ही वह वर्तमान सरकार की योजना “सुशासन तिहार” में भी आवेदन लगाया मगर उसका भी अभी तक कुछ पता नहीं चला।
गौरतलब है,की हाल में ही विगत 6 दिन से निरंतर बारिश हो रही है, इसी दौरान गांव में दो वृद्ध महिलाओं का निधन हो गया,भारी बारिश के चलते शव को 2 दिन तक घर में रखना पड़ा ! लोग विवश नजर आए ,इससे मानवता शर्मशार होती रही,और लोग कोसते रहे।आखिरकार त्रिपाल तंबू के सहारे अंतिम संस्कार कर समाजिक क्रियाक्रम किया गया।

अब अपने खर्च से बनाएंगे-युवक का कहना हैं कि अब वह अंतिम बार जिला प्रशासन से गुहार लगाया रहा है ,इस बार उन्होंने जिला कलेक्टर मुंगेली को ज्ञापन सौंपा है, प्रशासन द्वारा उसके शिकायत पर ध्यान नहीं देते हैं तो वह अपने पैसे से गांव में मुक्ति धाम का निर्माण कराने निर्णय लेगा। लेकिन प्रशासन का जवाब देना लिखित में की वह अंतिम संस्कार जैसे महत्वपूर्ण स्थलों के उपयोगीता निर्माण कराने में सक्षम नही है।

ग्राम के पूर्व सरपंच भानु खांडे ने बताया मेरे कार्याकाल मे मांग किया था,लगातार मांग किया गया लेकिन आजतक स्वीकृति प्रदान नही किया गया।
एसडीएम अजीत पुजारी ने कहा कि सज्ञान में लेकर वस्तुस्थिति से अवगत होकर तत्काल कार्यवाही किया जायेगा।