राजपूत क्षत्रिय समाज के दारा सिंह पुनः केन्दीय अध्यक्ष चुने गए..
दारा सिंह राजपूत पुनः केन्द्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
हरिपथ- मुंगेली-20 मार्च राजपूत क्षत्रिय समाज पंजीयन क्रमांक 3738 छत्तीसगढ़ के केंद्रीय अध्यक्ष पद निर्वाचन चुनाव ग्राम हथनीकलां के अष्टभुजी माँ दुर्गा मंदिर प्रांगण में संपन्न हुआ। जिसमें दारा सिंह राजपूत पुनः राजपूत क्षत्रिय समाज के केंद्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए ।
चुनाव में समाज के 79 ग्राम प्रमुखों, 311 ग्राम प्रतिनिधियों और 5 परिक्षेत्रीय अध्यक्षों सहित कुल 395 सदस्यों ने निर्वाचन में हिस्सा लिये। केंद्रीय अध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिए तीन अभ्यर्थियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
जिसममें बिलासपुर के दारा सिंह राजपूत
तखतपुर के रोहन सिंह ठाकुर और नवागढ़ के अशोक कुमार राजपूत ने केंद्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने मैदान में रहे।
17 मार्च 2024 रविवार को सुबह समाज के लोगों ने चुनाव प्रक्रिया के लिए एकजुटता रहे, सर्वप्रथम अष्टभुजी माँ दुर्गा मंदिर प्रांगण में आमसभा रखी गई, जिसमें समाज के बुजुर्गों एवं वरिष्ठजनों ने अपनी बातें रखी, साथ ही चुनाव लड़ने इच्छुक अभ्यर्थियों को समाज के सामने अपनी बातें रखने का अवसर भी प्रदान किया गया, प्रत्याशियों ने समाज के समक्ष अपनी विचार और समाज हित में अपनी रणनीति को रखा। दोपहर बाद से ही मतदान प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें समाज के ग्राम प्रमुखों और प्रतिनिधियों ने कतारबद्ध अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया, मतदान के पश्चात मतों की गिनती हुई, कुल 376 मत पड़े, एक मत रिजेक्ट हुआ। 375 मतों में 261 मत बिलासपुर के दारा सिंह राजपूत को मिला, 60 वोट अशोक कुमार राजपूत व 54 वोट रोहन सिंह ठाकुर को प्राप्त हुआ।
जहां दारा सिंह राजपूत पुनः राजपूत क्षत्रिय समाज के केंद्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी रामजी राजपूत, निर्वाचन प्रभारी अजय सिंह ठाकुर एवं निर्वाचन मण्डल के अन्य अधिकारियों ने दारा सिंह राजपूत को निर्वाचित विजेता घोषित किया एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
निर्वाचित केन्द्रीय अध्यक्ष दारा सिंह राजपूत ने समाज में शांतिपूर्ण निर्वाचन होने पर समाज के लोंगो की आभार जताया तथा समाज सेवा को ईश्वर सेवा बताया।
इस दौरान समाज के पाँचों परिक्षेत्र के अध्यक्ष, ग्राम प्रमुखों सहित प्रतिनिधियों व समाज के वरिष्ठजनों उपस्थित हुए। उक्त जानकारी समाज के केन्द्रीय मीडियाप्रभारी अरविन्द सिंह राजपूत ने दी।