पिछली कांग्रेस की सरकार में लूप लाइन पर रहने वाले आईएएस पी दयानन्द नई सरकार में अब सबसे पावरफुल अफसर के तौर पर काम करेंगे | सचिव स्तर के अफसर होने के बाद भी पांच साल गुमनामी में बिताते रहे | मंगलवार की देर रात छत्तीसगढ़ के सामान्य प्रशासन विभाग ने बड़ा आदेश जारी किया है। 2006 बैच के आईएएस पी दयानन्द को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए उन्हें सेक्रेटरी टू सीएम बनाया गया है। वे मूलतः बिहार के रहने वाले है।अब तक वे चार जिलों में कलेक्टरी के साथ ही कई महत्वपूर्ण पदों में कार्य करने का अनुभव रखते है।
जब कांग्रेस के मंत्री ने कहा था ‘मेरे टारगेट में है’
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार में मंत्री बने जय सिंह अग्रवाल को अभी 72 घंटे भी ठीक से गुजरे नहीं थे कि पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया. अब ये सत्ता की सनक थी या फिर कुर्सी पाने की खुमारी, लेकिन जिस अंदाज में मंत्रीजी ने IAS अफसरों को धमकाना शुरू किया, वो वाकई में चौकाने वाला था. सूबे के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल कोरबा में को पत्रकारों से मुखातिब थे. सवालों का सिलसिला शुरू हुआ, तभी एक सवाल पर मंत्रीजी आईएएस अफसर पी दयानंद पर बिफर पड़े. दरअसल, जब पी दयानंद कोरबा के कलेक्टर थे, उस दौरान उन्होंने जयसिंह अग्रवाल के खिलाफ मिली शिकायतों पर कार्रवाई की थी।
बकौल मंत्री अग्रवाल उन्होंने निगम कमिश्नर को उनके घर के नपाई के लिए भेजा था। अग्रवाल ने यह भी कहा था कि वह अफसर के हर घपले की जाँच भी कराएँगे | जयसिंह अग्रवाल अपनी पुरानी खुन्नस को सबके सामने जाहिर करते हुए बोले थे- “IAS पी.दयानंद सबसे बड़ा भ्रष्ट कलेक्टर है और मेरे टारगेट में है” जयसिंह ने उन्हें भ्रष्ट अधिकारी बताया था साथ ही उनपर डीएमएफ फंड में गड़बड़ी किये जानें जैसे भी आरोप लगाए थे ! बहरहाल अब सरकार बदल चुकी है। जयसिंह अग्रवाल अब न मंत्री है और न ही विधायक जबकि पी दयानंद अब नई साय सरकार में सबसे पावरफुल अफसर।
यह था एक मामला
12 अगस्त 2015 से 30 मई 2017 तक पी. दयानंद कोरबा के कलेक्टर थे. इस दौरान कोरबा के ग्राम चुइया में आदिवासी की जमीन खरीदने को लेकर विधायक जयसिंह अग्रवाल और चार अन्य के खिलाफ एडीशनल सेशन कोर्ट कोरबा ने एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिया था. इस मामले में पूर्व में एक शिकायत पर कोरबा के तत्कालीन कलेक्टर पी. दयानंद ने विधायक जयसिंह अग्रवाल की जमीन को आदिवासी किसान की जमीन पाए जाने पर निरस्तीकरण का आदेश जारी किया था.
जानिए कौन है आईएएस पी दयानंद पी दयानंद मूलतः बिहार राज्य के सासाराम जिले के रहने वाले है। वह 2006 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस है। वे बिलासपुर, कोरबा, सुकमा समेत चार जिलों में कलेक्टरी कर चुके हैं । वे अपना प्रोबिशन पीरियड दंतेवाड़ा जिला पंचायत में सीईओ रहते हुए पूरा किया था। सुकमा में कलेक्टर रहते हुए उन्होंने यहाँ उन्होंने एजुकेशन हब की नींव रखी। वे शांत लेकिन तेज तर्रार अफसरों में गिने जाते रहे है। उनकी प्रशासनिक कसावट की तारीफ की जाती है |