वनांचल में सौर ऊर्जा जर्जर हालत में! एक से दो घण्टे में निकल जा रहा दम…

हरिपथ◆लोरमी (एटीआर)●●● (दुजराम गोंड ) 26 अगस्त वनांचल में एटीआर के सौर ऊर्जा सिस्टम का एक से दो घण्टे में ही दम निकलने लगता है! ग्राम डंगनिया में भार क्षमता कम होने पर ग्रामीणों सौर ऊर्जा का रोशनी ज्यादा नही चलती है। ग्राम सरसोहा में पूरा सिस्टम ही 10 दिनों से बंद पड़ा है। बैगा परिवार अंधेरे में रहने विवश है!
वनांचल के एटीआर क्षेत्र में ऐसे तो जंगल में जीवन यापन करना कठिन परिस्थितियों में गुजारा होता है। इस 5G के युग मे भी राष्ट्रपति के दत्तक सन्तानो को नारकीय जीवन गुजारने विवश है! ग्राम सरसोहा वे विगत दस दिनों से अधिक समय से पूरा सिस्टम बन्द पड़ा है।जिससे वहां के बैगा परिवार को रात में विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।

ग्राम डंगनिया में वर्ष 2008-9 में सोलर सिस्टम लगा लेकिन पिछले एक वर्ष से महज एक से दो घण्टे ही घरों को रोशन कर पा रही है। मॉड्यूल पुराने के वजह से आये दिन सिस्ट्म बन्द रहता जिससे वनवासियों में रोष व्याप्त है।

डंगनिया के आपरेटर झामलाल ने बताया कि शाम 6 बजे विद्युत सप्लाई शुरू करते है,एक से दो घण्टे सामान्य सौर ऊर्जा की रोशनी देती है,फिर ब्लफ आसमान में टिमटिमाते तारे की तरह दिखाई देने के बाद पूरा मोहल्ले में अंधियारा छा जाता है। इससे ग्रामीणों को रात में जंगली जानवरों के साथ जहरीले जीव जंतु के शिकार होने की सम्भावना बढ़ जाती है? स्कूली बच्चे चिमनी के सहारे पढ़ाई करते है।
गौरतलब है,की ग्रामीणों द्वारा सैकड़ो बार विभाग के अधिकारियों को शिकायत करने के बाद उनकी मूलभूत आवश्यक समस्या की नजरअंदाज किया जा रहा है,जिससे वनवासियों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने जल्द ही गाँव के सोलर सिस्टम को सुधारने की मांग किये है। शिकायत करने वालों में मुख्य रूप से शुखिया बाई,बबली, शायमा बाई, ,परमिला ,सरस्वती ,सरिता बाई ,तिहरो बाई यादव ,स्मारी बाई ,ओमवती बाई, आरती बैगा, नीतू बाई ,प्यारी बाई , नरबदिया बाई, सुना बाई , जोती बाई , दुर्गेश कुमार , पुशिय बाई सहित अन्य ग्रामीण सामिल है।

क्रेडा विभाग मुंगेली के सहायक अभियंता सना परवीन ने कहा कि दोनों स्थानों में तकनीकी खराबी की जानकारी मिली है,एक सप्ताह में सिस्टम ठीक हो जायेगा।