घासीदासजी एक महामानव और एक महान आत्मा के रूप में अवतरित हुए–लेखनी

हरिपथ न्यूज लोरमी –22 फरवरी कग्राम पंचायत फुलवारी कला में आयोजित सात दिवसीय सतनाम विजय अथर्बल ग्रंथ में सामिल हुई। कार्यक्रम में बतौर अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी चन्द्राकर सामिल हुये।
लोंगो को सम्बोधित करते हुयेजिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी चन्द्राकर ने कहा कि जो मानव संमाज संत गुरू घासीदासजी का चरित्र अति पावन है। उन्होंने सदा सतनाम का ही सुमिरन किया है। और सतनाम का ही जाप करने का उपदेश दिये। संत गुरू घासीदासजी एक महामानव और एक महान आत्मा के रूप में अवतरित हुए थे। जो सांसारिक दुनिया से अलग उस परम-सत्त की ओर ही तल्लीन निर्गुण ब्रह्म के उपासक थे। उन्होंने ‘‘सतनाम’’ का ही स्मरण किया और ‘‘सतनाम’’ में ही उन्होंने सतपुरूष सतनाम को प्राप्त किये, जो सत्, चित्, आनंद है। उस सतपुरूष सतनाम ने संत गुरू घासीदासजी को माया रूप धारण कर कई तरह से छलने की कोशिश की किन्तु वह अपने मार्ग पर अडिग रहे और उन्होने ‘सत’ के मार्ग से जरा भी विचलित नहीं हुए। अन्ततः माया को हार माननी ही पड़ी। इस अवसर पर कृति भार्गव सभापति जनपद पंचायत तोरन खाण्डे घनश्याम जोशी अश्वनी सोनवानी, सरपंच नानहू प्रसाद बंजारा ,उषा बंजारा ,गंगाबाई बंजारा, संध्या भारती, चंद्रबली, बबीता बंजारा ,स्वीटी खांडे, रुकमणी यादव, पंडित मान दास, आनंद ,कथावाचक कलम घृतलहरे, तीसकर बंजारा, बिहारी भीषम, राजकुमार ,भागीरथी, देनीभारती ,विनोद बंजारे ,कुंज बंजारे ,सत्या बांधे, तारन खाण्डे ,सतीष सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहें।