CG News संदिग्ध हालत में हाथी शावक का शव मिला! वनविभाग की एक्सपर्ट टीम जांच में जुटी…
हरिपथ- लोरमी/बिलासपुर-1 नवम्बर वन परिक्षेत्र से सटे ग्राम पांचयत गमजू के आश्रित ग्राम परसाकापा के एक खेत मे एक बार फिर हाथी के नन्हे शावक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला सामने आया है। जहां एक खेत में नन्हे हाथी का शव पड़े मिला है. जानकारी के अनुसार आए दिन वन क्षेत्र में जंगली जानवरों के शिकार के लिए करंट तार बिछाए जाते हैं जिसकी चपेट में आने से पहले भी कई जंगली जानवरों और ग्रामीणों को जान से हाथ धोना पड़ गया?
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गौरतलब है,की इसके पहले एके वर्ष पहले ही खुड़िया क्षेत्र के भूतकछार वनक्षेत्र में एक नर हाथी के करेंट से हाशिकार हुआ था।यब यह घटना सामने आने से वीभग के पर लोग सवाल खड़ा कर रहे है।
घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मृत नन्हे हाथी के गले और पैर में चोट के निशान दिखाई दे रहा है? बताए अनुसार मरने वाले हाथी का शव करीब 2 से 3 दिन पुराना है! इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. जहां घटना स्थल मुंगेली एवं बिलासपुर वनमण्डल के बॉर्डर है,लेकिन घटना राजस्व क्षेत्र में होने से जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी समेत डॉक्टर की टीम मौके पर पहुंचे हुए हैं। बताया जा रहा है,जिस भूमि पर हाथी का शव मिला है,वह शासकीय राजस्व जमीन है, जिस पर अतिक्रमण कर खेती किया जा रहा है,जिसका खसरा नम्बर 36 एवं पटवारी हल्का नम्बर 6 में आता है।
विभाग की सँयुक्त टीम द्वारा कार्यवाही की जा रही है. हाथी की जो मौत हुई है वह बिलासपुर वनमंडल की है। जानकारी के अनुसार मृत हाथी का शरीर अब सड़ने शुरू हो गया है. इस घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा हाथी की मौत करंट तार की चपेट में आने से होने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि यह जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही स्पष्ट होगा कि नर हाथी की मौत कैसे हुई है। यहाँ तार भी विभाग को मिलने की बातें सामने आ रही है,जो जांच का विषय है।
दरअसल यह घटना टिंगीपुर इलाके के परसाकापा गांव की है. जहां ग्रामीणों की सूचना के बाद वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं जिनके द्वारा हाथी के शव का पंचनामा के बाद एक्सपर्ट की मदद से यह पता लगाया जा रहा है कि हाथी की मौत आखिर किन कारणों से हुआ है इस पूरे मामले में देखना होगा कि वन विभाग के द्वारा कब तक मौत के कारणों का खुलासा किया जाएगा वहीं यदि करंट तार की चपेट में आने से मौत हुई है तो जिम्मेदारों पर विभाग कब तक क्या कार्यवाही करती है।