आस्थाउत्सवछत्तीसगढ़धार्मिकन्यूजमुंगेली

शिवालयों में गुंजा हर हर महादेव….

हरिपथमुंगेली-23 जुलाई शिव आराधना का पवित्र मास सावन से प्रारंभ हो गया। क्षेत्र के शिवालयों में श्रद्वालुजनों की भीड़ लगी रही। शंकर मंदिर में सावन झूले का आयोजन किया गया है। सावन के पहले सोमवार को शहर सहित ग्रामीण अंचलों के शिव मंदिरों में शिव शंकर के जयकारे गूंजे। खर्राघाट स्थित महादेव मंदिर, खेमगिर मंदिर, महामाया-सांई मंदिर, पुराना बस स्टैंड स्थित शिव मंदिर सहित अन्य जगहों के शिव मंदिरों में सुबह से शाम तक भक्त पहुंचकर पूजा अर्चना करते रहे।

सावन माह शिव आराधना का पवित्र मास माना जाता है। पूरे सावन माह पर श्रद्धालुजन शिवालयों में विशेष पूजा अर्चना करते हैं। आज सावन मास के पहले सोमवार पर नगर के प्रमुख नंदी चौक स्थित खेमगिर शंकर मंदिर, शिव मंदिर खर्राघाट, शिव मंदिर बुधवारी, शिव मंदिर सेतगंगा, सोनार पारा स्थित शंकर मंदिर में भक्त पूजा करते रहे। नगर के मल्हापारा स्थित प्रसिद्ध शंकर मंदिर में सावन झूले का आयोजन किया गया। झूले में माता

यशोदा भगवान कृष्ण को गोद में लेकर विराजमान है। शाम को बड़ी संख्या में महिलाओं एवं दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रही। धर्म और आस्था का माह मे भक्ति पूर्ण माहौल में बना रहता है। इस हेतु मंदिरों में विशेष साफ-सफाई, रंगरोगन किया गया हैं। मल्हापारा स्थित नगर का सबसे प्राचीन खेमगिर का शंकर मंदिर में भगवान भोले की विशेष पूजा अर्चना माह भर की जाएगी। खर्राघाट स्थित शिवालय, बड़ा बाजार स्थित शिव मंदिर, सोनारपारा स्थित शिव मंदिर एवं नगर के अन्य प्रमुख शिव मंदिरों पर विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। नगर की

प्राचीनतम मंदिरों में से एक मल्हापारा स्थित शंकर मंदिर का विशेष स्थान हैं। तालाब के किनारे बने इस मंदिर पर आकर्षक शिवलिंग हैं। पास में ही पार्वती व गणेश विराजमान हैं। मान्यता हैं कि पुराने साधू सन्यासियों का अखाड़ा हुआ करता था। बाबा खेमगिर के द्वारा इस मंदिर का निर्माण कराया गया था। मुख्य मंदिर के बगल से ही खेमगिर बाबा की समाधी भी स्थित हैं। समीपस्थ ग्राम सेतगंगा में भी भगवान शिव की प्राचीनतम मूर्ति स्थापित हैं। मंदिर के पास ही कुण्ड हैं। जिसमें श्रद्धालुजन स्नानकर मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं।

श्रद्धालू भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना /आराधना / जलाभिषेक कर  मनोकामना पूर्ति के लिए व्रत भी रखे।। माना जाता है कि इस महीने राशि के अनुसार विशेष उपाय/करने से शिव जी की कृपा प्राप्त होती है। पवित्र सावन मास में  शिव जी के भक्ति में लोग लीन रहेंगे। इस दौरान पूरी श्रद्धा/आस्था के साथ प्रभु भोले नाथ जी की आराधना करने पर सभी मनोंकामनाएं पूर्ण होती है।
सावन के पहले सोमवार को
पुरातात्विक, मनोरम, ऐतिहासिक एव प्राचीन श्री राम जानकी मन्दिर श्वेतगंगा ( मुंगेली) में भक्तों का तांता लगा रहा। समीपस्थ शिव मन्दिर में जलाभिषेक/ पूजा अर्चना का दौर दिन भर चलता रहा।

error: Content is protected !!