सरसोहा के वनवासी बिजली के लिये तरसे, घरों में प्रकाश के लिये जिला अधिकारियों से गुहार…


हरिपथ न्युज .. लोरमी … 24 मार्च ग्राम सरशोहा सौर ऊर्जा से सन 2010 में ग्रामीणों के लिए लगा जो 2018 तक ग्रामीणों के विभिन्न घरों को रोशन करता रहा। अब पांच महीनों से सिस्टम बंद पड़ा है ? बुधवार को वनवासियो ने कलेक्टर से लेकर एसडीएम तक समस्या का समाधान के लिए चक्कर लगाते रहे।
बुधवार को सुदूर वनांचल ग्राम सरसोहा के ग्रामीणों ने अपने घरों को रोशन करने जिला एवम तहसील कार्यालय के चककर लगाकर घरों को रोसन करने के लिए विभाग के अधिकारीयो की चक्कर लगकर थक चुके है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से आवेदन कर बिजली की समस्या के निदान कराने गए थे । वनवासी इन दिनों गाॅव को छोड़कर शहरो में घुम रहें हैं। शहरी परिवेश एवम ग्रामीण दुर्गम स्थानों मे निवास करना उसमें भी बिना विद्युत सुविधा की एक अपने आप में बहुत बड़ी चुनौती है। गौरतलब है, कि गांव में आधारभूत सुविधाविहीन वनाचल मे मूलभूत संरचना के बिना निवासरत राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र आज भटकने को विवश है। ग्राम सरसोहा के ग्रामीण पहले एसडीएम पार्वती पटेल से सौजन्य भेंट अपनी अपनी समस्याओं से अवगत कराये एव जल्दी ही संबंध अधिकारियो को सौर उर्जा की बंद पड़ी सिस्टम को सुधारने कि निवेदन किए किए है गाव में 65 परिवार निवास करते हैं, जिसमें 30 घरों में सौर ऊर्जा की व्यवस्था नहीं है?
उसी प्रकार मुंगेली में जिला कलेक्टर को आवेदन देकर सौर उर्जा से घरो को विद्युत प्रदान करने आग्रह किए! ज्ञापन सौपने वालों में मुख्य रूप से गांव के रमेश, रघनू रतनु, लामू, ज्ञान सिह, लखीराम, शिवकुमार, लमतू, छोटू, प्रकाश, बैसाखू, सुधराम, अमर सिह, शिवकुमारी, कोंदींया, बिरशो, महेतरिन बाई, राजकुमारी, फुलझर सहित अनय सामिल रहे।
SDM पार्वती पटेल ने की कहा की सौर ऊर्जा विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया गया है। क्रेडा विभाग के अधिकारी ने बताया है, की गाँव मे वैकल्पिक व्यस्था के लिए अन्य प्लांट से 30 घरों को विद्युत सप्लाई किया जाएगा। क्रेडा विभाग को स्थल निरीक्षण करने के लिए कहा गया है।जिससे वनवासियो को परमानेंट समस्या का निवारण हो सके।
जिला क्रेड़ा अधिकारी सिद्धार्थ कमाविस्दार ने कहा वनवासियो को दुसरे प्लांट से सुविधा दिया जा रहा है,आगे व्यस्था सुधारी जाएगी। बैट्री रायपुर कार्यालय से मांग किया गया है।