विद्युत समस्या-ग्रामीणों ने 12 सूत्रीय मांग को लेकर सीएम के नाम सौपा ज्ञापन…
सरगांव सब स्टेशन के सामने ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन!
हरिपथ–मुंगेली/सरगांव-29 जुलाई विद्युत विभाग के लचर व्यवस्था के चलते क्षेत्र में हो रही अनियमित बिजली कटौती, ट्रांसफॉर्मर की कमी और क्षेत्र की विभिन्न मांगो को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों 29 जुलाई सोमवार को नगर पंचायत सरगांव पथरिया मोड़ स्तिथ सब स्टेशन सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने 12 सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन सौपे।
ज्ञात हो की 4 जुलाई को सरगांव तहसीलदार शशि नर्मदा नायक को ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंप कर श्रेत्र में हो रही बिजली की समस्या के बारे में अवगत कराया था। परंतु आज दिनांक तक निराकरण नहीं किए जाने पर गुस्साए ग्रामीणों ने सब स्टेशन के सामने प्रदर्शन कर दिया। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में लगातार हो रही है अघोषित बिजली कटौती से वे परेशान है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लगे है। जिससे बिजली आपूर्ति की समस्या उत्पन्न हो रही है। इस तरह से 12 सूत्रीय मांगो को लेकर प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव छत्तीसगढ शासन,जिला कलेक्टर तथा मुख्य अभियंता एवं कार्यपालन यंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अधिवक्ता दिलीप कौशिक ने कहा कि क्षेत्र के बड़े निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के द्वारा अघोषित बिजली कटौती गांवों में लगे कमजोर ट्रांसफार्मरों को नहीं बदला जा रहा। इस कारण से आम जनता के हित में हम सब सड़क पर उतर गए। समय पर मांग पुरा नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन नेशनल हाईवे में चक्का जामकर किया जाएगा।
आशुतोष पांडे ने कहा कि इस वक्त किसानों के फसल बुवाई रोपाई का समय चल रहा है। ऐसे में बिजली की कटौती करना सरकार और बिजली विभाग लापरवाही को दर्शाता है।
कार्यक्रम में छात्र संघ अध्यक्ष विनोद घृतलहरे ने शासन प्रशासन बिजली विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को जमकर भड़ास निकाली। सभा का संचालन पार्षद एजाज अहमद ने किया।
ज्ञापन सौंपने वालों में सरपंच संघ अध्यक्ष निर्मल दिवाकर, सौकत अली, नेतराम साहू, जनपद सदस्य पुष्पा घृतलहरे, गोविंद साहू, टीका यादव, विश्वनाथ देवांगन, अशोक साहू, गौतम, हिराऊ, पार्षद राकेश साहू, रामफल लहरी, गोपाल अग्रवाल, मुकेश साहू, मनीष यादव, दबेश साहू, किशोर ठाकुर, मानस राजपूत सहित बड़ी की संख्या में ग्रामीण किसान, युवा एवं महिला मौजूद रहे।