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गुरु मनुष्य के रूप में अवतरित ईश्वर – स्वामी शिवानंद

बिचारपुर में आयोजित नवधा रामायण में शामिल हुए स्वामी शिवानंद…

हरिपथलोरमी– 29 जनवरी  समीपस्थ ग्राम बिचारपुर में श्री सिद्ध बाबा विकास समिति द्वारा आयोजित नवधा रामायण एवं गुरुदर्शन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि  स्वामी शिवानंद शामिल हुये।

स्वामी शिवानंद  ने कहा की साधक ईश्वर की कृपा को प्राप्त करने में सक्षम होने के बाद ही गुरु को प्राप्त करता है। सभी शिष्यों द्वारा विश्व भर में यह अनुभव है कि “गुरु मनुष्य के रूप में अवतरित ईश्वर है , “वह शब्दों से परे है” । वही एक है जिसने अपनी यात्रा पूर्ण कर ली है और उसकी चेतना बिना किसी स्वार्थ के सभी की सहायता हेतु तत्पर है। 

गुरु सभी को प्रेम करता है, निष्पक्ष, बिना शर्त एक दयालु माँ के रूप में एवं सिर्फ गुरु ही सभी प्रेम करने वालों के भ्रम के सभी बंधनों को तोड़ने के लिए आगे आता है | समस्त भय, सीमाओं, दु:खों और स्वयं की वास्तविकता से पहचान कराने में सक्षम,मन को केवल गहरी भक्ति / भक्ति से निकली सच्ची शरणागति, सच्ची शुद्ध आत्माओं की संगति और गुरु एवं ईश्वर की सच्ची कृपा को आत्मसात करके शांत किया जा सकता है। सभी के प्रति नि:स्वार्थ सेवा, ईश्वर का नाम ध्यान, ईमानदारी से हमारे कर्तव्यों का निर्वाह करने वाले व्यक्ति ही सच्ची कृपा प्राप्त करने में सक्षम होते हैं। जिस तरह एक नदी के लिए महासागरों की ओर बहना स्वाभाविक है, उसी तरह आत्मा का अपने स्रोत की ओर प्रवाहित होना स्वाभाविक है। 

इससे पहले स्वामी शिवानन्द का  हरिकीर्तन एवं फूलमाला भेंट कर आरती उतारकर  स्वागत किया गया। आश्रम पहुँचने पर उन्होंने रामकुटी पर चरण पादुका का पूजन कर एवं माँ मनियारी नदी को श्रीफल भेंट किये। 

ज्ञात हो कि श्री सिद्ध बाबा आश्रम बिचारपुर पहाड़ी के ऊपर स्थित है, तलहटी में मनियारी नदी गुजरती है, जिसके सुरौम्य दृष्य से आस पास के क्षेत्र मे आस्था का केंद्र बना हुआ है।क्षेत्रीय लोगो के लिए यह नदी जीवन दायनी की भूमिका निभा रही है।

इस अवसर पर समिति के द्वारा विशाल भंडारे में श्राद्धलुओ ने बड़ी संख्या मे प्रसाद ग्रहण कर गुरुदर्शन का लाभ लिये। 

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