ग्राम पेंड्रीतलाब (बी )में सात दिवसीय सतनाम विजय अथर्बल ग्रंथ में सामिल हुई जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी सोनू चंद्रराकर …

हरिपथ || लोरमी|| 29 अप्रेल जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी चन्द्राकर ने कहा कि जो मानव संमाज संत गुरू घासीदास का चरित्र अति पावन है, उन्होंने सदा सतनाम का ही सुमिरन किया है। सतनाम का ही जाप करने का उपदेश दिया है। ‘‘सतपुरूष सतनाम, सफल विश्व के कारण संत बाबा गुरू घासीदास एक महामानव और एक महान आत्मा के रूप में अवतरित हुए थे। जो सांसारिक दुनिया से अलग उस परम सत्य की ओर ही तल्लीन निर्गुण ब्रह्म के उपासक थे। उन्होंने सिर्फ और सिर्फ ‘‘सतनाम’’ का ही स्मरण किया और ‘‘सतनाम’’ में ही उन्होंने सतपुरूष सतनाम को प्राप्त किया जो सत्, चित्, आनंद है। उस सतपुरूष सतनाम ने संत गुरू घासीदास को माया रूप धारण कर कई तरह से छलने की कोशिश की किन्तु वह अपने मार्ग पर अडिग रहे और उन्होने ‘सत’ के मार्ग से जरा भी विचलित नहीं हुए। अन्ततः माया को हार माननी ही पड़ी।
कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत सदस्य उर्मिला रमेश यादव, तोरण खांण्डे, घनश्याम जोशी, सुखनंदन घूमसरे ,पीसी लहरें, खेम सिंह बघेल, धन प्रसाद टंडन, मानिक लाल सोनवानी ,लाला दिवाकर ,प्रीतम दिवाकर, प्रकाश लहरें ,तिलक जोशी, सरपंच नरोत्तम यादव, कांता दास खंडे, नेम प्रसाद टंडन, लक्ष्मण दास जांगड़े, मनोहर मोहल्ले, सियाराम खांडे, कुमार कुर्रे, परमेश्वर जांगड़े, श्यामलाल टुंडे, जीवन लहरें ,प्रेमचंद ठंडे, सरपंच प्रतिनिधि सुंदर दिवाकर, अगम दास बंजारे, धर्मदास कुर्रे ,पंचराम बंजारे, काली राम कोसले ,प्रकाश भारती सहित बड़ी संख्या में महिला,पुरूष उपस्थित रहे।