छत्तीसगढ़न्यूजमुंगेली/लोरमीवनविभागवाइल्डलाइफ

पिंजरा में मुर्गा का दावत उड़ाने नही पहुँचा शियार ,  रैबीज होने की आशंका ?

हरिपथलोरमी-25 सितंबर हमलावर शियार को पकड़ने के लिए वनविभाग ने एक्सपर्ट की मदद से वनकर्मीयो ने खुड़िया  में पिंजरा लगाकर पकड़ने का प्रयास किया लेकिन पिंजरा में जंगली जीव आस पास भटका तक नही। एक्सपर्ट एवं पशु चिकित्सक ने शियार को हमलावर होने की वजह रैबीज इंफेक्शन की आशंका जताई है।

सोमवार को पशु चिकित्सक डॉ चंदन एवं उसकी टीम के साथ खुड़िया परिक्षेत्र के वन अधिकारीयो के साथ कारिडोंगरी विश्राम गृह में बैठक कर शियार के हमलावर होने के कारण एवं पकड़ने के लिए जगह पिंजरा  स्थापित चारा में मुर्गा रखकर  जुगत लगाए लेकिन शियार पकड से बाहर रहा।

वनविभाग ने बताया कि एक्सपर्ट ने हमलावर शियार को रैबीज होने की आशंका जताई है,जो इस अवस्था मे भोजन पानी त्याग देता है,और लगातार घूमकर हमला करता है। ऐसे उसकी जान को खतरा बना रहता है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हमलावर लोमड़ी नही हो सकता क्योंकि घटना स्थल से मिले पद चिन्ह एवं दाँत से काटने का आकार से विभाग ने पता लगाया है,वह वाइल्डलाइफ फस्ट श्येडुल का जंगली शियार है। जिसका वजन 20 से 25 किलो तक हो सकता है।लोमड़ी का वजन भी कम होता है।

विभाग ने किया अध्यन-विभाग ने हमलावर शियार कब कब कहा कहा हमला किया उसका अध्ययन कर डाटा एकत्रित कर कानन पेण्डारी से लाया गया पिंजरे को शियार के लास्ट लोकेशन खुड़िया के वेस्टवेयर के पास पिंजरा को मुर्गा चारा रखकर स्थापित किया गया है।

ग्राम खुड़िया,कारिदोंगरी, दरवाजा,दुल्लापुर एवं तिलकपुर में शियार के हमले की शिकायत मिली है।गौरतलब है,की शियार के हमलों से खुड़िया वनक्षेत्र से सटे ग्रामीण अंचल में भय का माहौल निर्मित हो गया है,शाम ढलते ही लोग घरों में दुबक जाते है।

पिछले 19-20 सितंबर को शियार ने 9 से अधिक लोगो के उपर हमला कर घायल कर चुका है। शियार दलों में रहते है,लेकिन वनविभाग को हमला करने वाले शियार की सही संख्या पता लगा लिया है!

बीते तीन से चार  दिनों में एक भी ग्रामीण के ऊपर हमला करने की पुष्टि वनविभाग ने नही किया है। बताया जा रहा है,पिजरे में शियार का चारा लगाकर रखा गया,जिससे वह आकृष्ट होकर पिंजरा में बंद हो जायेगा। फिलहाल एक्सपर्ट की मदद से वनविभाग रात में गश्तीदल बढ़ाकर शियार को पकड़ने की जुगत में जुटे है।

वनपरिक्षेत्र अधिकारी क्रिस्टोफर कुजूर ने बताया कि डॉ ने हमलावर शियार को रैबीज होने की आशंका जताई है,शियार के लास्ट लोकेशन पर पिंजरा लगया गया है।तीन चार  दिन से कोई भी हमला की शिकायत नही मिली है।

वनविभाग के एसडीओ दशांश सूर्यवँशी ने कहा हमलावर शियार को रैबीज होने का पशु चिकित्सक ने आशंका जताई है। हमला करने वाला जंगली प्राणी शियार है। जगह बदलकर पिंजरा लगाया गया है। हमला के नए मामले नही आये है।

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