न्यूजलोरमी (एटीआर)वनविभाग

“भीषण गर्मी ” ◆ एटीआर में वन्यप्राणियों के पेयजल के लिए टैंकरों से 132 स्थानों में सप्लाई…

अचानकमार टाईगर रिजर्व में 400 से अधिक जल श्रोत उपलब्ध है,जिनमें प्रबंधन ने 132 स्थानों पर पानी टैंकर के पेयजल सप्लाई किया जा रहा जा रहा।

हरिपथलोरमी-2 जून अचानकमार टाईगर रिजर्व में चार कोर जोन एवं तीन बफर जोन में 132 स्थानों में पानी टँकी से पेयजल व्यवस्था किया गया।

एटीआर में 400 से अधिक जल श्रोत -अचानकमार टाईगर रिजर्व अंतर्गत ग्रीष्म ऋतु में वन्यप्राणी हेतु पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने की उद्देश्य से 29 एवं 30 मई  को समस्त परिक्षेत्रों में कृत्रिम एवं प्राकृतिक जलस्त्रोंतों का सर्वे कार्य कराया गया। 

अचानकमार टाईगर रिजर्व लोरमी के 914.017 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में 400 से अधिक प्राकृतिक एवं कृत्रिम जलस्त्रोंतों में जल उपलब्धता सर्वेक्षित की गई है। आमामी मानसून तक सभी जलस्त्रोंतों में वन्यप्राणियों हेतु पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध रहेंगा। प्राकृतिक एवं कृत्रिम जलस्त्रोंतों के अतिरिक्त जल विहीन (दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों) में 132 सासरपीट निर्माण कार्य कराये गये, जिसमें सासर प्रभारी नियुक्त कर सभी सासर में नियमित रूप से वन्यप्राणियों हेतु पेयजल उपलब्धता की मॉनिटरिंग  मनोज पाण्डेय क्षेत्रीय निदेशक, अचानकमार टाईगर रिजर्व एवं  गणेश यू.आर. उप निदेशक अचानकमार टाईगर रिजर्व द्वारा निरंतर किया जा रहा है। 

ग्राष्म ऋतु के पीक सीजन में वाटर बॉडी सर्वे कराने के मुख्य उद्देश्य अचानकमार टाईगर रिजर्व लोरमी के 914.017 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में वन्यप्राणियों हेतु आमागी वर्षों में प्रस्तावित किये जाने वाले कार्यों में सम्मिलित करते हुए समुचित रूप से पेयजल उपलब्धता करायी जा सकें।

भीषण गर्मी में एटीआर के जंगली जानवर भी व्याकुल है। प्रबंधन ने कोर जोन के रेंज अचानकमार में 39,छपरवा में 29 लमनी में 19,सुरही में 10 सहित लोरमी बफर में 10, कोटा बफर 15 एवं केंवची बफर में 10 कुल 132 स्थानों में वन्यजीवो के लिये स्थाई पेयजल के लिए सौसर व वाटर होल में टेंकरो से सप्लाई किया जा रहा है। 

गौरतलब है,की इस वर्ष क्षेत्र में 46 डिग्री तापमान में भीषण गर्मी से मनुष्य सहित जानवरों के हालत खराब कर रख दिया है। सुरही के पास प्रसिद्ध भुरकुन तलाब भी सुखने के कगार पर है!

एटीआर के प्राकृतिक जल श्रोत  भी अब जवाब देने लगे है। वन क्षेत्र में पेयजल संकट नही हो इसके लिए  एटीआर प्रबंधन ने प्रतिदिन वाटर रिसोर्सेज स्थानों का मॉनीटिरिंग के साथ पैदल गार्ड उच्चधिकारियों को रिपोर्ट दे रहे है। मिली जानकारी जंगली जानवरों पेयजल के लिए इनका उपयोगिता व निगरानी भी किया जा रहा है। वन्य जीव बफर के नजदीक के गाँवो के तालाबों में सन्ध्याकाल देखे बड़ी आसानी से देखे जा सकते है।

एसडीओ मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि वन्यजीवो के लिए एटीआर क्षेत्र में 132 स्थानों में पेयजलापूर्ति किया जा रहा है।

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