पुलिस विभाग ने जिले के विवेचकों एवं एमओबी आरक्षकों तथा कोर्ट आरक्षकों के लिये फिंगर प्रिंट विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन,अंगुली विशेषज्ञ ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में साक्ष्य के रूप में फिंगर प्रिंट की उपयोगिता के बारे में तथा तकनीकी तरीको,साधनों का उपयोग विवेचना में शामिल करने …

हरिपथ ◆ मुंगेली ◆ 22 जुलाई पुलिस अधीक्षक कार्यालय में फिंगर प्रिंट विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन। कार्यशाला में फिंगरप्रिंट एवं NAFIS के संबंध में दी गई जानकारी। विद्या जोहर अंगूली चिन्ह विशेषज्ञ द्वारा दी गई जानकारी। जिले के थाना/चौकी प्रभारी, विवेचक, एमओबी आरक्षक तथा कोर्ट आरक्षक कार्यशाला में हुए सम्मिलित।

पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह के निर्देशानुसार फिंगर प्रिंट तथा NAFIS (National Automated Finger Print Identification System) के उपयोग एवम विवेचकों को फिंगर प्रिंट लेना सीखाने हेतु पुलिस अधीक्षक कार्यालय के संवाद सभाकक्ष में 22 जुलाई को जिले के विवेचकों एवं एमओबी आरक्षकों तथा कोर्ट आरक्षकों के लिये 01 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह द्वारा फिंगर प्रिंट का महत्व , साक्ष्य के रूप में फिंगर प्रिंट की उपयोगिता के बारे में तथा तकनीकी तरीको,साधनों का उपयोग विवेचना में शामिल करते बताया गया। वर्तमान में किसी भी आरोपी का फिंगर प्रिंट लेकर सर्च करने पर यदि उक्त आरोपी द्वारा पूर्व में भी किसी प्रकार के अपराध में संलिप्तता रही हो, तो उनकी जानकारी भी पोर्टल के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है बताया गया।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रतिभा पांडेय द्वारा किन-किन व्यक्तियों का फिंगरप्रिंट लिया जाना है, पुलिस के कार्य में इसका प्रभाव एवं महत्व तथा मिलान करने के तरीके के संबंध में जानकारी दी, साथ ही थाने में एमओबी आरक्षकों के कार्य के बारे में भी बताया गया।

इस अवसर पर विद्या जोहर, अंगूल चिन्ह विशेषज्ञ एवं उनकी टीम द्वारा केस स्टडी के माध्यम से फिंगरप्रिंट की उपयोगिता, NAFIS कैसे कार्य करता है, इससे संबंधित अधिनियम, भौतिक साक्ष्य के रूप में फिंगरप्रिंट की उपयोगिता, किसी घटनास्थल पर फिंगरप्रिंट प्राप्त होने वाले स्थानों, फिंगरप्रिंट लेने के तरीके, फिंगरप्रिंट को सुरक्षित रखने के तरीकों के संबंध में जानकारी दी गई। इस दौरान उपस्थित विवेचकों, कोर्ट आरक्षकों एवं एमओबी आरक्षकों को व्यवहारिक रुप से फिंगर प्रिंट लेने का तरीका भी सिखाया गया है।जिसमें थाना लोरमी के एमओबी आरक्षक 362 जितेन्द्र ठाकुर द्वारा सबसे अच्छा फिंगर प्रिंट लिया गया । इस अवसर पर पूर्व में फिंगरप्रिंट प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पाण्डेय, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय साधना सिंह, निरीक्षक गौरव पाण्डेय एवं जिले के समस्त थानों के विवेचक एवं एमओबी आरक्षक तथा कोर्ट आरक्षक सम्मिलित हुए।
