
हरिपथ–लोरमी, 1 जुलाई विकास खंड शिक्षा अधिकारी डीएस राजपूत एवं चार प्रधान पाठक राधे श्याम काठले , प्रधान पाठक,शासकीय प्राथमिक शाला पथरी, लखन लाल राठौर,प्रधान पाठक,शासकीय प्राथमिक शाला डिंडोल, राम सिंह राठौर,प्रधान पाठक,शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला लाखासर, गोपीनाथ कुलमित्र,प्रधान पाठक,शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सूकली का सभी ससम्मान सेवानिवृत्त होने पर शिक्षकों ने भावभीनी विदाई समारोह का आयोजन किया गया। आयोजनकर्ताओं ने उनके निवास तक बैंड बाजे के सम्मान के साथ पहुंचाया ।

पूर्व विकास खंड शिक्षा अधिकारी डीएस.राजपूत ने अपने उद्बोधन कहा कि एक विकास खंड शिक्षा अधिकारी कभी कभी अपनी पद और गरिमा के अनुरूप प्रशासनिक अधिकारी और अनुशासनप्रिय के साथ कुछ कड़क जरूर हो सकता है, लेकिन एक विकास खंड शिक्षा अधिकारी की सफलता का पूरा श्रेय उसके विकास खंड में कार्यरत समस्त शिक्षकों समूहों की बेहतरीन कार्यप्रणालियों को जाता है,इसके लिए उन्होंने समस्त शिक्षक समूहों को धन्यवाद प्रेषित किया एवं आज अपने साथ सेवानिवृत्त हो रहे चारों प्रधान पाठकों को तुरंत ही पेंशन का आदेश प्रदान किया। अपने प्रति समस्त शिक्षकों के मन में अभूतपूर्व प्रेम एवं उत्साह देखकर स्वागत से अभिभूत सभी को धन्यवाद ज्ञापित किये।

इससे पहले मां सरस्वती की पूजन वंदन के पश्चात विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ लेखापाल हेमंत उपाध्याय की बेटियों के द्वारा स्वागत गीत के साथ सभी का स्वागत करते हुए उपस्थित समस्त शिक्षकों,संकुल समन्वयक,व्याख्याता एवं प्राचार्यों के द्वारा विकास खंड शिक्षा अधिकारी एवं सेवानिवृत्ति पाने वाले प्रधान पाठकों के स्वागत का सिलसिला चलता रहा एवं सभी के द्वारा स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।
सर्वप्रथम सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी मनीषा पाटले मैडम के द्वारा डी एस राजपूत के बेहतर नेतृत्व एवं सहयोगात्मक भाव के साथ कुशल कार्यकाल का बयान करते हुए उनकी कमी पर होने वाले अभावों पर बात की गई।

सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी सुनील शर्मा एवं राजेंद्र निर्मलकर के द्वारा बताया गया कि कैसे के कार्यकाल में सभी को अच्छा कार्य करने का अवसर मिला।
स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल लोरमी के प्रभारी प्राचार्य अरुण कुमार जायसवाल ने के साथ मित्रवत व्यवहार की बात करते हुए उनकी कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए बताया कि कैसे हम हर जगह साथ साथ चलते रहे हैं एवं वे उनके कदमों पर चलते रहते हैं।
बीआरसी डीसी. डाहीरे ने बताया कि कैसे केवल एक बी आर सी के रूप में दो साल के कार्यकाल में डी एस राजपूत के बेहतर नेतृत्व में उन्होंने एक अच्छे कार्य को अंजाम दिया।
व्याख्याता लीलाधर साहू और मिल्लू राम यादव ने अपने व्यक्तव्य में अपने छात्र जीवन के दौरान श्री राजपूत के एक व्याख्याता के रूप में बेहतर कार्यप्रणालियों का वर्णन किया।
उनके पारिवारिक सदस्यों की ओर से उनके दामाद,मध्यप्रदेश सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग में परियोजना अधिकारी के पद पर कार्यरत अयोध्या सिंह राजपूत के द्वारा समस्त शिक्षक समूहों का आभार व्यक्त किया।
सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय महामंत्री एवं शासकीय प्राथमिक शाला रहेंगी के शिक्षक अभिजीत तिवारी के द्वारा आए हुए समस्त शिक्षक,संकुल समन्वयक,प्रधान पाठक,व्याख्याता एवं प्राचार्यों का सहृदय आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम की पूरी तैयारी एवं उसकी सफलता में विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से हेमंत उपाध्याय, मनीषा पाटले मैडम,श्री राजेंद्र निर्मलकर , सुनील कुमार शर्मा, अभिजीत तिवारी, स्वारथ कश्यप , भगवान सिंह पोर्ते,नरेंद्र राठौर ,ओमप्रकाश साहू,दूज राम यादव,नोहर ,राकेश कश्यप एवं कार्यालयीन स्टॉप का योगदान रहा।

पूरे कार्यक्रम के दौरान डॉ प्रतिभा मंडलोई मैडम ,विकास खंड शिक्षा अधिकारी मुंगेली,विकास खंड शिक्षा अधिकारी डी एस राजपूत का पूरा परिवार, बीआरसी.डी सी डाहीरे , सहायक शिक्षा अधिकारी, समस्त संकुल समन्वयक, समस्त शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी,विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का समस्त स्टाफ,प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं के प्राचार्यगण,व्याख्याता , प्रधान पाठक एवं बहुत से शिक्षक शिक्षिकाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक जितेंद्र कुमार वैष्णव एवं शिक्षक एवं कवि संस्कार साहू ने किया।