

हरिपथ–बेलगहना– श्री सिद्ध बाबा अद्वैत परमहंस आश्रम बेलगहना के ब्रम्हलीन स्वामी सदानंद परमहंस महाराज की 15 वी पुण्यतिथि पर स्वामी शिवानंद महाराज के अगुवाई में भक्तों परम्परानुसार सद्गुरु चरण पादुका एवं समाधी पूजन वैदिक मंत्रो के साथ पुष्पमाला, धुपदीप,वस्त्र श्रीफल आदि श्रद्धा भाव सहित अर्पित कर गुरु शिष्य परम्परा को अक्षुण रखा।

इस शुभ अवसर पर भजन संध्या के कार्यक्रम हरिकीर्तन व भक्तों के द्वारा गौरा गौरी की झांकी प्रस्तुत की गई । इस बीच संगीतमय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा संपन्न किया गया ।श्री सिद्ध बाबा आश्रम के पावन भूमि मे चतुर्थ वर्ष भगवान श्री कृष्ण जी के वंशज यदुवंशियों के द्वारा आयोजित संगीतमयी भागवत कथा व्यास पीठ पंडित आशुतोष तिवारी के द्वारा 10 जनवरी से 18 जनवरी तक अमृतधारा प्रवाहित होता रहा।

मोक्ष दायिनि कथा का रसपान करने दूर दूर से श्रद्धालु भक्त हजारों की संख्या में पहुंचे,श्रद्धालु भक्त अमृत कथा का श्रवण कर अपने अपने मानव जीवन सफल किये, इस अवसर पर व्यास जी महाराज जी ने कहा की भागवत महापुराण की कथा देवताओं को भी दुर्लभ होता है ऐसे पावन कथा श्रवण से जन्मों के पापों से मुक्ति तो होता ही है,साथ ही साथ पूर्वजों का भी उद्धार होता है। इस लिए गुरु चरण और भागवत शरण कभी भी नही छोड़नी चाहिए।
मूल रूप से सिद्ध बाबा आश्रम बेलगहना से स्वामी सदानंद परमहंस महाराज जी ऐसे संत रहे जिन्होंने अविभाजित बिलासपुर जिले के आदिवासी अंचल खासकर गौरेला पेंड्रा,मरवाही एवं केंदा रतनपुर, बेलगहना क्षेत्र में सनातन धर्म ध्वज लहराई। स्वामी सदानंद महाराज ने विशाल आदिवासी समाज को एक सूत्र में पिरोकर उन्हे सनातन धर्म से जोड़े रखने में अपना पुरा जीवन लगा दिया।
संत शिरोमणि सदानंद जी महाराज का प्रभा मंडल का ही प्रभाव रहा की उनके शिष्यों की संख्या हजारों में है, समाज के होने के साथ किसान परिवार से भी थे। स्वामी शिवानंद महाराज के पावन सानिध्य एवं मार्गदर्शन मे अनेक धार्मिक अनुष्ठान तथा 33 आश्रमों के संचालन सराहनीय रूप से किया जा रहा है।
जिनके अमृतवाणी द्वारा कहा गया की,गुरु के बिना मानव अधूरा है,जब तक गुरु नहीं तब तक मानव जीवन शुरु नहीं। प्रत्येक मानव को सद्गुरु शरण मे जाना ही चाहिए।

इस अवसर पर बिलासपुर सांसद, केंदीय राज्य मंत्री तोखन साहू एवं कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव उपस्थि होकर स्वामी जी से आशीर्वाद प्राप्त किये। सेवा समिति के द्वारा विशाल भंडारा का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या मे श्रद्धालु भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किये।










