मुंगेली

एकलव्य विद्यालय मामले में.. सहायक संचालक ने संस्था के प्राचार्य सहित तीन के नाम कारण बताओ नोटिस जारी किया

हरिपथ न्यूज मुंगेली –विकासखंड लोरमी के समीपस्थ ग्राम बंधवा में एकलव्य आवासीय विद्यालय में 6 छात्राओं का बाहर रहने एवं विद्यार्थियों का लामबंद प्रदर्शन करने के मामले में जिला प्रशासन ने प्राचार्य और बालिका , बालक छात्रावास की अधीक्षिका,अधीक्षक को जिला कलेक्टर के आदेश पर सहायक आयुक्त ने तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिवस के भीतर कार्यालय में उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने निर्देशित किया है।

23 फरवरी को जिला के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में विगत दिनों हुये 6 छात्राओं का बाहर जाना व मंगलवार को हुये विद्यार्थियों का स्कूल परिसर के सामने प्रददर्शन को जिला कलेक्टर ने मामले को गम्भीरता से लिया है। विद्यालय में बीते तीन दिनों में हुये घटनाक्रम पर जिला प्रशासन ने अपना रुख सख्त करते हुये प्रबंधन में पदस्थ अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुये तीन दिवस के भीतर जवाब देने के लिये कार्यालय तलब किये है।

मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त एल.आर कुर्रे ने 22 फरवरी को सुबह बंधवा स्थित एकलव्य विद्यालय में पहुँचकर मामले में लगभग तीन घण्टे तक विद्यार्थियों व प्रबंधन से जुड़े हॉस्टल के अधीक्षक, अधीक्षिका एवं प्राचार्य से आवश्यक जानकारी लिये तथा 6 छात्राओं से पूछताछ करने प्रर्दशन में विद्यार्थियों की मांग पर भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

गौरतलब है कि नोटिस में उल्लेख किया है, प्राचार्य के द्वारा दो छात्रा को वार्डन से अनुमति लिया गया बाकी 4 बालिकायें क्रिकेट समाग्री खरीदी के नाम पर प्राचार्य के साथ बाहर गए। जिसमे से एक छात्रा अपने निवास जाने का आवेदन दिया गया था। 5 बालिकायें पूरे रात हॉस्टल से बाहर रहें,और दूसरे दिन 20 फरवरी को सुबह 7 बजे छात्राओं को लेकर उपस्थित हुये। उक्त तथ्यों व शासन की हॉस्टल के नियमों आधार पर विभागीय अधिकारी ने प्राचार्य से तीन दिनों के भीतर लिखित स्पस्टीकरण देने निर्देश दिये है।

उल्लेखनीय है,कि 6 छात्राओं का बाहर रहने का मामला शांत नही हुआ था,कि 21 फरवरी को विद्यालय में अध्ययनरत लगभग 358 विद्यार्थियों ने प्रदन्धन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अपनी मांग सामने रखकर प्रदर्शन करने लगे। सयुंक्त कलेक्टर नवीन भगत व एसडीएम पार्वती पटेल ने मामले पर विद्यालय पहुचकर प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को समझाया व जल्द ही इस पर जांच के साथ कार्यवाही करने आस्वासन देकर मामल को शांत कराये।

6 बालिकाओं को हॉस्टल से बाहर रहने व दुसरे दिन 7 बजे हॉस्टल पहुँचने मामले पर जिला प्रशासन ने नियमों का हवाला देते हुये नोटिस में उल्लेख किया है,कि हॉस्टल में शाम 6 बजे के बाद कन्या छत्रावास में प्रवेश वर्जित रहता है। किसी को बाहर रखने या अंदर जाने की अनुमति नही है। देररात तक उच्चाधिकारियों को देर तक सूचना नही पहुचाने पर अधीक्षिका को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर मामले में स्पस्टीकरण मांगा गया है। दूसरी तरफ बालक बालिकाओं का प्रर्दशन अधीक्षक भी जांच के दायरे में आ गये है,उनको भी हॉस्टल के व्यवस्था पर सवाल जवाब कर नोटिस जारी किया गया। संस्था के तीनों मुख्य प्राभरी को तीन दिन के भीतर स्पस्टीकरण मांगा गया है। इनके जवाब पर आगे क्या होगा ये जिला प्रशासन के पास है??

विभाग द्वारा जारी किया गया नोटिस

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