खरीदी केंद्रों के फड़ो में धान जाम – उठाव नही होने से खरीदी प्रभावित….मौसम की मार..
हरिपथ–लोरमी– 6 जनवरी शासन के निर्देश पर लोरमी विकासखंड के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किया जा रहा है, लेकिन समय पर धान का उठाव नहीं होने के कारण फड़ में जाम की स्थिति बन रही है। कई जगह बारदाना इन दोनों समस्या के चलते लोरमी क्षेत्र के भालूखोंदरा धान खरीदी केंद्र में दो दिन से खरीदी बंद है जहाँ प्रशासन ने उपलब्ध कराने की जानकारी दिए है। वहीं जगह के चलते डिंडौरी और अखरार केंद्र में भी पांच जनवरी को धान खरीदी बंद होने की कगार पर है? यही स्थिति रही और धान का उठाव नहीं होगा तो सोमवार से आधा दर्जन से अधिक उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी बंद होने की सम्भवना जताई जा रही है?
धान खरीदी पर संकट-एक तरफ जहां धान खरीदी बंद होने से किसान परेशान है, तो दूसरी ओर समय पर उठाव नहीं होने और मौसम में खराबी को देखते हुए समिति कर्मचारी चिंतित है। इधर धान उठाव में धीमी गति के कारण होने वाली परेशानी से कर्मचाती में हाथ खड़े करने के मूड में है।
कर्मचारी संघ दस जनवरी से हड़ताल पर जाने का विचार कर रहा है। शासन के निर्देश पर एक नवंबर से लोरमी विकासखंड के 33 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी शुरू की गयी है। वर्तमान में उपार्जन केंद्रों में धान बेचने किसानों की भीड़ उमड़ रही है, कम समय को देखते हुए किसान समय से पहले धान को शासन को बेचना चाह रहे हैं।
पर्याप्त टोकन काटा जा रहा-केंद्रो में भी किसानों का भरपूर टोकनकाटा जा रहा है लेकिन समय पर धान उठाव नहीं होने के कारण धान खरीदी प्रभावित हो रहा है। उठाव नहीं होने की वजह से केंद्रों में खरीदी करने के लिए जगह ही नहीं बच रहा है तो कुछ केंद्रों में बारदाना की कमी की वजह से धान खरीदी प्रभावित हो रहा है । मिली जानकारी के अनुसार भालूखोंदरा धान खरीदी केंद्र में जगह की कमी और बारदाना नहीं होने के कारण यहां पिछले दो दिनों से धान खरीदी बंद है जानकारी मिली है कि यहां किसान अपने धान को फड़ में जगह नहीं होने के कारण फड़ के बाहर रास्ते में ही धान को रखे हुए हैं यहां अब तक 41 हजार 100 क्विंटल की धान खरीदी की
गयी है जिसमे से 22 हजार 900 क्विंटल धान का उठाव किया गया है। अभी भी 18 हजार 200 क्विंटल धान उपार्जन केंद्र में उठाव के लिये रखा हुआ है। इसी तरह अखरार और डिंडौरी में भी उठाव नहीं होने की वजह से जगह की कमी के कारण शुक्रवार को धान खरीदी नही हुआ। उपार्जन केंद्र अखरार में अब तक 34 हजार 969 क्विंटल धान की खरीदी की गयी है जिसमें से 18 हजार 920 क्विंटल का उठाव किया गया है अभी भी फड़ में 16 हजार 69 क्विंटल धान रखा हुआ है। इसी तरह डिंडौरी में 40881 क्विंटल खरीदी और 21660 का उठाव हुआ है, जो लिमिट से अधिक है।
फड़ में जगह नहीं, भालूखोंदरा, डिंडौरी और अखरार में धान खरीदी हुई बंद उठाव नहीं होने पर आधा दर्जन से अधिक केंद्रों में बंद होगी धान खरीदी लोरमी विकासखंड के लगभग सभी उपार्जन केंद्रो में धान का उठाव नहीं होने से किसान के साथ साथ समिति कर्मचारी भी परेशान है। इधर अधिकारी उठाव का आंकड़ा बता रहे है लेकिन उपार्जन केंद्रों में जमीनी हकीकत कुछ अलग ही है। लगभग सभी जगह बफर लिमिट से अधिक धान फड़ में रखा हुआ है। नियमानुसार बफर लिमिट से अधिक धान होने पर धान खरीदी के 72 घंटे के भीतर धान उठाव का नियम है ,लेकिन इसका कहीं भी पालन नहीं हो रहा है।
मौसम – विभाग ने बारिश का अंदेशा जताया है जिसे देखते हुए समिति कर्मचारी परेशान हैं। कर्मचारियों की परेशानी को देखते हुए सहकारी समिति कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष भोला यादव ने डीएमओ को शीघ्र धान उठाव कराने पत्र लिखा है, जिसमें धान परिवहन नहीं होने की स्थिति में सूखत तथा धान में दीमक लगने या आकस्मिक वर्षा से होने वाली नुकसान के लिए जिला विपणन अधिकारी को हो जिम्मेदार बताया है। भोला यादव खपरीकला उपार्जन केंद्र के प्रभारी भी है। खपरीकला में 22 हजार 605 क्विंटल धान की खरीदी की गयी है और उठाव 14 हजार 430 क्विंटल हुआ है। फड़ में 11 हजार 175 क्विंटल धान रखा हुआ है अर्थात धान उठाव 50 प्रतिशत ही है। इसी तरह उपार्जन केंद्र खुड़िया में 39 हजार 972 क्विं धान खरीदी और सिर्फ 12720 क्विंटल धान का उठाव किया गया है। कोदवा महंत में 25 हजार क्विंटल खरीदी और 14 हजार क्विंटल का उठाव, डोंगरिया में 30 हजार 28 क्विंटल खरीदी 19200 क्विंटल उठाव, बोड़तरा में 48523 क्विंटल खरीदी 26560 क्विंटल का उठाव, साल्हेघोरी में 29 हजार 819 की खरीदी 16600 का उठाव हुआ है इसी तरह रैतरा कला खाम्ही, लगरा, में भी बफर लिमिट से अधिक धान रखा हुआ है।
जिले के 105 केंद्रो में स्टाक से धान अधिक हो चुका है। उठाव नहीं होने के कारण कई केंद्र में खरीदी बंद हो चुका है तो कई जगह बंद होने की कगार पर है।
एसडीएम प्रवीण तिवारी ने बताया कि डीएमओ धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त बारदाने उपलब्ध कराने एवं फड़ो से धान बोरे को इस हफ्ते तत्काल उठाने निर्देशित किया गया। खरीदी केंद्रों में शासन की नजर है। किसानों हर सम्भव सुविधा प्रदान करने कार्य किया जा रहा है।
शीतल भोई डीएमओ मुंगेली– 60 से 65 हजार मीट्रिक टन धान परिवहन हो रहा है। 2 लाख क्विंटल किसानों से धान खरीदी प्रतिदिन हो रहा है। भालुखोंद्रा एवं साल्हेघोरी में 20-20 हजार बारदाने पहुँच गए है। 61 मिलरो को लगतार डीओ काटा जा रहा है। समिति प्रबन्धको को स्टाक को तालपत्तरी से ढंकने निर्देश दिए गये है।
छत्तीसगढ़ किसान संघर्ष समिति
प्रांताध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा कि सरकार के बड़े-बड़े वादों एवं दावों की परत उधड़ने लगी है।
किसान धान खरीदी केन्द्रों में भटक रहे हैं,अधिकांश केन्द्रों में बारदाने की उपलब्धता पर सवालिया निशान है। धान का उठाव नही हो रहा है, ट्रांसपोर्टिंग प्रारंभ से ही चरमराई हुई है। पेमेंट के लिए किसान परेसान होते दिख रहे है। ऐसे में किसानों की समस्या दूर नही हुई तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।