उपनिरीक्षक पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 25 लाख की धोखाधड़ी , पुलिस ने किया अपराध दर्ज..

बेरोजगार युवक के भाई ने नौकरी लगाने के नाम पर 25 लाख देकर धोखाधड़ी का शिकार हो गया।

हरिपथ– लोरमी– 20 मार्च नगर के मजगाँव मोहल्ले में एक बेरोजगार युवक सरकारी नौकरी के लालच में बड़ी रकम 25 लाख देकर धोखाधड़ी का शिकार हो गया। पुलिस दो आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले नगर के मझगाँव मोहल्ले निवासी पिडित रामायण सिंह पिता नर्मदानन्द राजपूत 36 वर्ष अपने भाई बसन्त राजपूत 26 वर्ष के वर्ष 2018 में पुलिस उपनिरीक्षक के लिए विकेंसी निकला था,उसी दौरान पीड़ित पक्ष का समीपस्थ ग्राम सेमरिया निवासी तोखन सिंह एवं दिवाकर राजपूत पिता दिलीप सिंह से मुलाकात हुआ। पीड़ित को अपने भाई के नौकरी पुलिस की उपनिरीक्षक पद पर बड़ी आसानी से लगाने अपने बांतों में झांसे में ले लिया और वर्ष 2021-23 के बीच किस्तों में नगद एवं फोनपे के माध्यम से कभी लोरमी तो कभी तखतपुर में जाकर रकम उगाही किया। आरोपीयों द्वारा पुलिस उपनिरिक्षक पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 25 लाख धोखाधडी कर पैसे ऐंठ लिये।
गौरतलब है, किसरकारी नौकरी के लालच में बेरोजगार आसानी से ठगे जा रहे है,जिसका फायदा ऐसे लोग एजेंट बनकर युवकों को अपनी बांतों में झांसे में लेकर धोखधड़ी के शिकार हो रहे है। बेरोजगार मातापिता अपनी मेहनत की जमा पूँजी गवाँ रहे है। पीड़ित ने बीते 2 वर्षो में अपनी बड़ी रकम 25 लाख आरोपियों से नौकरी नहीं लगने पर बार-बार रकम लौटाने उसके घर का चक्कर लगाता रहा। रकम नहीं मिलने पर उसने थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया है।
पुलिस ने पीड़ित के रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध पंजी बात कर मामले के विवेचना में जुट गया है, एवं आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ कर दी है।
थाना प्रभारी टीआई अखिलेश वैष्णव ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर मामले में विवेचना किया जा रहा है।
एसडीओपी माधुरी धिरही ने बताया कि प्राथी की शिकायत मिलने पर मामला दर्ज किया गया है,आरोपियों के गिरफ्तार करने पुलिस टीम लगी हुई है।