छत्तीसगढ़ की लोक पर्व तीज पर महिलाओं के साथ रिश्ते निभाने का महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में परम्परा को निभा रहे लोग।
हरिपथ–लोरमी– 7 सितंबर ग्राम सरईपतेरा इस बार का तीज खास रहा। ग्राम के कश्यप परिवार में महिलाओं एवं ननिहाल लगभग तीन पीढ़ी के लोग पारिवारिक माहौल में एक साथ मिलकर तीज मिलन उत्सव मनाकर पुरानी परंपरा को निभाई।
ऐसा ही एक परिवार– ग्राम सरई पतेरा का स्वर्गीय केजू राम कश्यप का भरा पूरा परिवार है। जहां छः बहनें और छः भाई के कुनबे ने मिलकर सामुहिक रूप से रीति रिवाजों से तीज मिलन कर प्रेम,समर्पण और तपस्या के प्रतीक तीज का पर्व मनाया। परिवार बुजुर्ग महिला जानकी कश्यप की उपस्थिति में बच्चों को शुभाशीष देकर आपसी प्रेम सौहाद्र पूर्ण माहौल में अपने पुराने अनुभव साझा किए।
गौरतलब है,कि छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध तीज का त्यौहार महिलाओं के साथ एक पारिवारिक सामूहिक संस्कार के साथ ही सबको जोड़ने का भी काम करता है। ग्रामीण अंचल से लेकर शहरी तौर तरीके में तीज को लेकर बड़ा ही उत्साह देखने को मिलता है। बुजुर्ग की अनुभव पाने परिवार के लोग लालायित दिखे एक प्रकार से अपनत्व को दर्शाता है। कश्यप परिवार में शिक्षक,व्यवसाई,प्राध्यापक,किसान सबने मिलकर बेटी,नाती,पोते के साथ तीज मनाया।
सदस्यों में मुख्य रूप से कृष्ण कुमार प्रधानपाठक,दिलीप, अनिल मेडिकल व्यवसाई,अशोक किसान,ओमकार उप सरपंच ,सोहन शिक्षक सहित सरस्वती,साधना,सरला,शोभना,पिंकी,मधु,संगीता,कविता,कुसुम,भारती,कोमल,हर्ष,देवेंद्र, लोमस,सिद्धार्थ, गीतू सबने मिलकर एक साथ आकर अपने परिवार के मुखिया के साथ यह त्यौहार मनाया।
गांव में तिजहारीन महिलाओं ने घरों में जाकर न्यौता प्रसाद पाकर अपने उपवास को संपन्न किया।उपहार भी प्राप्त किए। भूली बिसरी यादों को संजोने का काम भी हुआ।परिवार के लोग एक साथ रहकर आज भी पुरातन संस्कृति को संजोये है।