बेलगहना

गोसाई बाबा आश्रम सागर में स्वामी शिवानंद महाराज ने पवित्र श्रवण महीने शिवलिंग में रुद्राभिषेक किये,ग्रामीणों ने रामकुटी में चरण पादुका पूजन का आयोजन किये….

हरिपथबेलगहना ◆ 20 जुलाई गोसाई आश्रम ग्राम सागर में स्वामी शिवानंद महाराज के द्वारा श्रावण शुक्ल पक्ष तृतीया को रुद्राभिषेक किया गया। रामकुटिर में चरण पादुका पूजन में श्रद्धालु हिस्सा लिये।

स्वामी शिवानन्द ने अपने अमृतवचन में कहा की जिस स्थान पर शिवलिंग की पूजा होती है, वह तीर्थ न होने पर भी तीर्थ बन जाता है। जिस स्थान पर सर्वदा शिवलिंग का पूजन होता है, उस स्थान पर मृत्यु होने पर मनुष्य शिवलोक जाता है। शिव शब्द के उच्चारण मात्र से मनुष्य समस्त पापों से मुक्त हो जाता है और उसका बाह्य और अंतःकरण शुद्ध हो जाता है। दो अक्षरों का मंत्र शिव परब्रह्मस्वरूप एवं तारक है। इससे अलग दूसरा कोई तारक ब्रह्म नहीं है। शिव ही सत्य है और शिव ही सृष्टि के पालनकर्ता और विघ्नहर्ता हैं।

स्वामी सदानंद परमहंस महाराज के शिष्य स्वामी शिवानंद महाराज का रुद्राभिषेक कार्यक्रम पर प्रातः 9.00 बजे गोसाई आश्रम सागर पहुँच कर सर्वप्रथम रामकुटी में चरण पादुका पूजा किए,तत्पश्चात भगवान भूतभावन भोलेनाथ की जलाभिषेक कर सागर मईया को श्रीफल भेंट किए। स्वामी जी के द्वारा 33 आश्रमों का संचालन किया जा रहा है,उन्ही आश्रमो में से एक गोसाई बाबा आश्रम सागर भी है ,पावन देवभूमि ग्राम सागर के प्राचीन तालाब सागर मईया के टत पर बसा यह आश्रम क्षेत्रावासियों के लिए आस्था का केन्द्र बना हुआ है।

कार्यक्रम में घनश्याम कौशिक,गोविंद राजपूत,जलेश्वर कौशिक,पंचराम यादव,हरिश कुलमित्र,श्यामता कौशिक,हरी ओम,कामता यादव, ज्ञानचंद शर्मा,एवं अन्य श्रद्धलु उपस्थित रहे।

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