मानसिक दिव्यांगजनों के लिए घरौंदा कल्याणी आश्रम का शुभारंभ,मिलेगी सुविधा..

हरिपथ ◆ मुंगेली◆ 13 जूनजिला मुख्यालय से महज 05 किलोमीटर की दूरी पर बिलासपुर सड़कमार्ग पर समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वाधान में मानसिक दिव्यांगजनों के लिए आज घरौंदा कल्याणी आश्रम का शुभारंभ किया गया। कलेक्टर राहुल देव, जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी सोनू चंद्राकर, नगरपालिका अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी ने मानसिक दिव्यागों के पुनर्वास केन्द्र घरौंदा कल्याणी आश्रम का फीता काटकर शुभारंभ किया तथा परिसर में बादाम व नीम का पौधा रोपे।
शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिला प्रशासन द्वारा समाज के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। मूकबधिर बच्चों के लिए जिला मुख्यालय में आवासीय विद्यालय खोला गया, घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के सहयोग के लिए सखी वन स्टाफ सेंटर संचालित किया जा रहा है, घुमंतु, अनाथ व बेघर बच्चों के लिए बालगृह संचालित है। इसी तरह वृद्धजनों के स्वास्थ्य जांच के साथ उन्हें आवश्यक उपकरण प्रदान करने व सम्मानित करने के लिए समय-समय पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, लेकिन मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिए कोई रास्ता नहीं निकल पा रहा था। तब हमने तय किया कि जिले में घरौंदा योजना का क्रियान्वयन करें और आज इसकी शुरूआत हो गई, जो जिले के लिए बड़ी सौगात है।
कलेक्टर ने कहा कि इस आश्रम के खुलने से मानसिक दिव्यांग बच्चों का उचित देखभाल हो सकेगी। उन्होंनेे इस कार्य से जुड़े संस्था की भी सराहना की और कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा की भाव लेकर दिव्यांग बच्चों की साइकोलाजी को समझकर संस्था द्वारा कार्य किया जा रहा है। जो काफी सराहनीय है। कलेक्टर ने बताया कि अनाथ या ऐसे बच्चे जिनके परिजन ठीक से पालन-पोषण नहीं कर पात हैं, उनके लिए स्पांसरशीप योजना भी संचालित है। जिला प्रशासन द्वारा इस योजना के तहत अब तक करीब 15 बच्चों का चिन्हांकन किया गया है तथा उन्हें योजना के तहत राशि प्रदाय उनके उज्जवल भविष्य के लिए कार्य किया जा रहा है।
जिला पंचायत अध्यक्ष चंद्राकर के कहा कि आज मुंगेली जिला में मानसिक दिव्यांग बच्चो के लिए घरौंदा कल्याणी आश्रम का शुभारंभ किया गया है। इस आश्रम में मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों का उचित देखभाल होगा और उन्हें नया जीवन मिलेगा। जिला प्रशासन को इस पहल के लिए बहुत-बहुत बधाई। नगर पालिका अध्यक्ष श्री गोस्वामी ने कहा कि घरौंदा केन्द्र के लिए जो जगह का चयन किया गया है, यह काफी सराहनीय है। यहां रहने वाले मानसिक दिव्यांग बच्चों को अच्छा माहौल मिलेगा। उन्होंने समाज के सभी लोगों को मानसिक दिव्यांग बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की।
घरौंदा कल्याणी आश्रम के निर्देशक अजय कल्याणी ने बताया कि उनकी संस्था विगत 23 वर्षों से सामाजिक क्षेत्रों में कार्य कर रही है। इसके अलावा नशामुक्ति केन्द्र का भी संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घरौंदा योजना का उद्देश्य ऐसे निःशक्तजन व्यक्तियों, जो आटिज्म, सेलेब्रल पाल्सी, मानसिक मंदता और एकाधिक बहुनिःशक्तता से ग्रसित हों, उन्हें जीवन भर के लिए संस्थागत आश्रय सुनिश्चित करना और देखरेख की मानक सेवाएं प्रदान करना है। उन्होेंने बताया कि वर्तमान में मानसिक दिव्यांगजनों के लिए घरौंदा केन्द्र में 25 बेड की व्यवस्था की गई है। यहा रहने वाले मानसिक दिव्यांगजनों को योगाभ्यास एवं व्यायाम (विभिन्न थैरेपी) के साथ शैक्षणिक, नैतिक व व्यावसायिक प्रशिक्षण, भोजन, दवाई, खेलकूद, मनोरंजन की सुविधा उपलब्ध जाएगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम के समापन में अतिथियों द्वारा घरौंदा केन्द्र के 05 मानसिक दिव्यांग बच्चों को शाल व श्रीफल प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर तीर्थराज अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी. एस. राजपूत, एसडीएम मुंगेली आकांक्षा शिक्षा खलखो, समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक शारदा जायसवाल सहित वरिष्ठजन, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।