सरकारी स्कूली बच्चों को वितरित करने वाली नई सायकल को ट्रेक्टर से परिवहन ?

हरिपथ ◆ मुंगेली◆ 5 जुलाई शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था से ग्रामीणों ने सवाल खड़ा किये है। सरकारी तन्त्र किस तरह सरकारी समान बेकद्री करती है,यह देखने को मिला ?
एक तरफ स्कुल में बच्चों को शासन द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ स्कूल शिक्षा विभाग पलीता करने में लगे हैं? देखा जा रहा है कि जिस तरह से शासन द्वारा जो साइकिल की व्यवस्था स्कूली छात्रों को प्रदान किया जाना है। नई सायकल को ट्रैक्टर में भरकर किसी सामान की तरह ले जाया जा रहा है। क्या ऐसे में क्या वह शासन द्वारा प्राप्त साइकिल स्कूली छात्रों को सही सलामत मिल पाएगा या नहीं या यूं कहें कि टूटा फूटा छात्रों को वितरण कर दिया जाएगा? ज्ञात हो कि शासन द्वारा कक्षा नवी और ग्यारहवीं के छात्रों को निःशुल्क साइकिल वितरण किया जाता है। वहीं दूसरी तरफ स्कूल की प्रबन्धन की लापरवाही या शिक्षा विभाग की ये जांच का विषय है। किस कारणों से ट्रैक्टर में भरकर कबाड़ी समान के तरह ले जाया जा रहा है? यह क्या बेतरबीब परिवहन जल्दबाजी उचित है।
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी सविता राजपूत ने कहा कि मामले को दिखवाती हू ,जांच करवाकर कार्यवाही किया जायेगा।