◆रंग गुलाल पिचकारी ने बाजार में रौनकता बढ़ाई… ◆मोहल्लों में फाग गीत से होलीमय माहौल…

हरिपथ न्यूज◆ मुंगेली/लोरमी ●● पुरे देश मे इस समय फागुन की स्वागत में हर हाथ रंग गुलाल से होली की तैयारी में लोग जुटे हुये है। प्रकृति की छटा टेशू के फूल से अपना स्वीकृति प्रदान कर दी है। होली त्योहार रंगों का त्योहार है, जिसमें सभी रिश्ते नाते एक होकर ख़ुशहाली मनाते है। इस समय बाजार में रंगों के साथ होली में बिकने वाली आकर्षक वस्तुएं व अन्य समान बच्चों को आकर्षित कर रही है। रात में फॉग गीत से नगर गाँव के मोहल्ले में” दे दे बुल्लवा राधे को” छत्तीसगढ़िया गीत से पारम्परिक अंदाज से रौनकता बढ़ा रहें है।
कैलेण्डर में 7 मार्च को होलिका दहन व दुसरे दिन 8 मार्च को होली त्योहार मनाया जायेगा ,इस दिन जिला प्रशासन ने बुधवार को शुष्क दिवस घोषित किया है। लोरमी के फव्वारा चौक से लेकर मुख्य मार्गो में रंग गुलाल व पिचकारी सहित अन्य होली से सम्बंधित वस्तुयें रौनकता बनी हुई है। दुकानों में होली में पहनने वाली रंगीन टोपी से लेकर बच्चों की बंदूक ने बच्चों खरीददारी करने पहुँच रहें। हर्बल वाली गुलाल एवं गुलाल थंडर क्लाइन्डर तीन कलर वाला मशीन भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
परम्परा पुरानी अंदाज नया◆ होली ब्रज से लेकर पूरे देश मे अलग अलग तरीके से मनाया जाता है। होली में रंग खेलने की जो परम्परा है,वो अर्से से है,लेकिन अब हुड़दंग से लोग बचते नजर आते है। भक्त प्रहलाद को होलिका ने अपने साथ अग्नि कवक्ष के साथ बैठी लेकिन होलिका जलकर नष्ट हो गई और भक्त प्रहलाद सलामत रहें ,इसी दिन से सच्चाई की जीत और बुराई द्वेष की अंत को लेकर होली त्योहार मनाया जाता है। इसी परम्परा का निर्वहन करते हुये आज भी पहले दिन होलिका दहन कर दुसरे दिन होली उत्सव एक दुसरे के ऊपर रंग लगाकर खुशियां मनाते है।
प्रकृति का अपना अलग अंदाज◆ प्राकृतिक रूप से मौसम भी होली के समय बदलाव होता है। टेशू के फूल और उसकी खुशबु चारों तरफ अपने शोभा से खेतों और जंगल मे पतझड़ के मौसम में अलग छटा बिखेरती है। गाँवो में (परसा के फूल) प्रचलित है।
फॉग गीत के लिए मनीष त्रिपाठी,विजय तिवारी,कृष्ण कुमार कश्यप,ओमप्रकाश यादव,गोरखा यादव,ओंकार श्रीवास,हिमेश त्रिपाठी,अंशुमान दुबे,यश कश्यप,अभिषेक कश्यप,अमन त्रिपाठी, अखेराज खत्री,विजेंद्र त्रिपाठी,राजेश गुल्ला,राजू कश्यप,पवन गुप्ता,अवधराज त्रिपाठी,साकेत शुक्ला, विवेक त्रिपाठी,,चक्रधर यादव,रूपेश अग्निहोत्री, जगदीश उपाध्याय अन्य लोग एवं रानीगांव, सहित अन्य मोहलों में पारंपरिक अंदाज में प्रचलित फाग गायन किया जा रहा है।
कलेक्टर व अधिकारी-कर्मचारियों ने समूह की महिलाओं से खरीदा हर्बल गुलाल 6 मार्च को लोरमी विकासखण्ड के ग्राम सांवतपुर के रिपा में भारत वाहिनी स्व सहायता समूह धरोहर संकुल संगठन चंदली के द्वारा परसा फूल, पालक भाजी, हल्दी एवं गेंदा फूल से हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा है। समूह की महिलाओं ने हर्बल गुलाल का विक्रय करने आज कलेक्टोरेट परिसर में अपना स्टाल लगाया। जहां कलेक्टर राहुल देव व अधिकारी-कर्मचारियों ने हर्बल गुलाल का क्रय किया। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि हर्बल गुलाल की खासियत यह है कि ये पूरी तरह से केमिकल रहित होता है। इसके इस्तेमाल से कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। हर्बल गुलाल में रंग और महक के लिए प्राकृतिक फूलों का ही इस्तेमाल किया जाता है। समूह के सदस्यों की इस मेहनत से उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं और वे आर्थिक स्वावलंबन की तरफ अग्रसर हो रही हैं। उन्होंने समूह के महिलओं के कार्यों की सराहना की। वहीं महिलाओं ने बताया कि स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हर्बल गुलाल का निर्माण किया जा रहा है। इसकी मांग पूरे जिले में है।





