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एक्शन में मंत्री:आंगनबाड़ी केंद्रों में घटिया सामान की आपूर्ति, छह सप्लाई एजेंसियां ब्लैक लिस्टेड…

हरिपथरायपुर, महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्पष्ट किया है ,कि वर्ष 2024-25 में कुल 23.44 करोड़ रुपये की सामग्री जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी गई थी। विभाग ने बताया कि पूरा क्रय प्रक्रिया पारदर्शी रही और सभी सामग्रियों की सप्लाई से पहले और सप्लाई के बाद गुणवत्ता जांच कराई गई। राज्य स्तरीय जांच समिति द्वारा रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जशपुर, सरगुजा और जांजगीर-चांपा जिलों में जाकर प्रदाय की गई सामग्रियों का गहन निरीक्षण किया गया।

जांच रिपोर्ट आने के बाद एक्शन में मंत्री-आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों और महिलाओं के लिए भेजी गई घटिया सामान की सप्लाई करने वाली एजेंसियों को ब्लैक लिस्टेड किया गया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने राज्य स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया था। समिति ने सभी जिलों में सामग्री की गुणवत्ता का भौतिक परीक्षण कर अपनी रिपोर्ट संचालनालय को सौंपी थी। रिपोर्ट के आधार पर दोषी प्रदायकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए छह सप्लायरों का ब्लैक लिस्ट कर दिया गया।

टेबल, तवा, कढाई, स्टील ट्रे घटिया-सनिति की रिपोर्ट में सामने आया कि कुछ टेबल स्थानों पर असेंबल नहीं हुए थे, जिन्हें बाद में सही कराया गया। अनाज कोठी भारतीय मानक के अनुरूप नहीं मिलने पर मेसर्स नमो इंटरप्राइजेस और आयुष मेटल से सामग्री बदली गई और दोनों को जेम से प्रतिबंधित किया गया। स्टील ट्रे की साइज और वजन में मिन्नता पर मेसर्स अर्बन सप्लायर्स, मनीधारी सेल्स व ओरिएंटल सेल्स से रिप्लेसमेंट कराया गया। तवा की गुणवत्ता कम मिलने पर मेसर्स सोनचिरैय कॉपेरिशन को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। कढाई हल्की इजन भिन्नता को छोड़कर अधिकांश मापदंडों पर ठीक पाई गई। अन्य सामग्रिय जैसे अलमारी, कुकर, चम्मच व गिलास अधिकतर स्थानों पर नानको के अनुरूप पाई गई।

इन कंपनियों को किया ब्लैक-मेसर्स नमो इंटरप्राईजेस, मेसर्स आयुष मेटल. मेसर्स अर्बन सप्लायर्स, मेसर्स मनीधारी सेल्स, मेसर्स ओरिएंटल सेल्स, मेसर्स और सोनचिरिया कॉर्पोरेशन एजेंसियों को जेम पोर्टल से ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है, भविष्य में ये एजेंसिया किसी भी प्रकार की सामग्रियों की शासकीय सप्लाई भी नहीं कर पाएगी। विभाग द्वारा इन सभी से घटिया सामवियों को वापस मंगाकर मनकों के अनुरूप सामग्री की आपूर्ति कराई गई है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी खराब सामग्री के लिए ऐजेंसियों को कोई भुगतान नहीं किया गया है। सभी दोषपूर्ण सामग्रियों को वापस लेकर मानक सामको दी जा चुकी है।

आंगनबाड़ी केन्द्र गुणवत्ता से कोई समझौता नहींः मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने इस पूरे मामले पर कहा, बच्चों और महिलाओं से जुड़ी सेवाओं में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। हमने तत्परता और पारदर्शिता के साथ जांच पूरी कर दोषियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की है। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों तक केवल सुरक्षित, मजबूत और गुणवत्तापूर्ण सामग्री ही पहुंचे।

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