
शहीद परिसर में समतलीकरण, बाउण्ड्रीवॉल, पेवर ब्लॉक, बोर आदि व्यवस्थाएं करने कलेक्टर राहुल देव ने दिए निर्देश…
हरिपथ–मुंगेली 19 जुलाई ग्राम पण्डरभट्ठा के वीर शहीद धनंजय सिंह राजपूत के शहादत दिवस पर पूर्व सैनिक संगठन एवं जिला कलेक्टर राहुल देव ने श्राद्धाजंलि अर्पित कर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस अवसर पर उन्होंने वहां स्थापित वीर शहीद धनंजय सिंह राजपूत की प्रतिमा के समक्ष पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी और देश की सेवा के लिए उनके शहादत को नमन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि वीर शहीद धनंजय सिंह राजपूत ने स्वयं व अपने परिवार की परवाह किए बिना अपनी जान को देश पर न्यौछावर कर दिया और वीरगति को प्राप्त हुए, आज का दिन उनके बलिदान को याद करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि सेना में वही व्यक्ति जा सकता है, जिसमें देश के लिए जान देने की ताकत हो। आज देश में प्रशासनिक व्यवस्था, पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित सभी कार्य सुचारू रूप से हो रहे हैं, यह तभी सम्भव है, जब देश में शांति व्यवस्था हो। हमारे सेना के जवान सीमा पर ड्यूटी करते हैं, ताकि देश के भीतर अमन, चैन व शांति कायम रहे। उन्होंने देश की सीमा की रक्षा के लिए अपनी जान गवाने वाले उन सभी वीर सपूतों को नमन किया।

कलेक्टर ने पण्डरभट्ठा के वीर शहीद धनंजय सिंह राजपूत परिसर में समतलीकरण, बाउण्ड्रीवॉल निर्माण, पेवर ब्लॉक लगाने, बोर आदि की व्यवस्थाएं करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बिलासपुर हरिशचन्द्र तिवारी ने कहा कि सेना में रहकर देश की सेवा करना गौरव की बात है। उन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीद धनंजय सिंह राजपूत की शहादत को नमन किया।

कौन है वीर शहीद धनंजय सिंह पूर्व सैनिक संगठन के जिला अध्यक्ष संतोष साहू ने बताया कि वीर शहीद
धनंजय सिंह राजपूत का जन्म 15 सितम्बर 1975 को मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम पंडरभट्ठा में हुआ था। वे 30 सितम्बर 1993 को भारतीय थल सेना में भर्ती होकर अहमद नगर में प्रशिक्षण के पश्चात 64 केवलरी यूनिट अम्बाला में पलटन में कदम रखा, फिर पटियाला सूरतगढ़ होते हुए 24 आरआर कुपवाड़ा सेक्टर में पोस्टेड हुए। 16 जुलाई 2001 को लगभग 2.30 बजे रात में आतंकवादियों के कायरतापूर्ण हमले में 16 जवान शहीद हो गए, जिसमें वीर शहीद धनंजय सिंह राजपूत भी शामिल थे।

कार्यक्रम के समापन में पूर्व सैनिक संगठन मुंगेली के अध्यक्ष संतोष साहू ने आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान शहीद परिवार के साथ पूर्व सैनिक संगठन जिला अध्यक्ष संतोष साहू, पूर्व अध्यक्ष संदीप साहू, कमल मंगेशकर, त्रिभुवन यादव, कमल नारायण साहू, अशोक सिंह, गांव के गणमान्य नागरिक सहित छात्र-छात्राएं और ग्रामीणजन मौजूद रहे।