
हरिपथ– लोरमी– 30 वनांचल क्षेत्र के सामान्य रेंज खुड़िया वनपरिक्षेत्र में एक बार फिर से हथियो का मूवमेंट को देखते हुए विभाग ने थर्मल ड्रोन से निगरानी करने निणर्य लिया है! नर हाथी की विद्युत से मौत के बाद विभाग ने जानवरों की निगरानी में सक्रियता दिखाई है। आठ गाँव के विद्युत सप्लाई रोकेने निर्देश दिए।

नर हाथी की भूतकछर बीट के 486 में शिकारियों द्वारा अवैध विद्युत कनेक्शन विद्युत से 11 केव्ही से तार बिछाया गया था,जिसके बाद 21 नवंबर को हाथियों का दल ने उक्त वनक्षेत्र में प्रवेश करने पर एक नर हाथी विद्युत तारंगीत तार की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई।

विभाग ने लिया सबक– विभाग ने हाथियो की निगरानी थर्मल ड्रोन सिस्टम नया तकनीक से निगरानी करने निर्णय लिया है। इससे नये तकनीक से दिन एवं रात दोनो समय विभाग हाथियों पर निगरानी करने में मदद मिलेगी।

विभाग की पहल– मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में वनक्षेत्र में हाथी मित्र दल एवं निगरानी दल जैसे अभियान चलाकार ग्रामीणों को जोड़ा जायेगा जो पूरे समय के लिए काम करेगी। हाथी के मौत के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ हैं, सुराक्षात्मक उपाय को मजबूती से कार्य करने प्रपोजल तैयार कर प्रस्ताव को उच्चाधिकारियों के टेबल में रखा जायेगा।
हाथी के मौत के ताबड़तोड़ कार्यवाही- जिस वन क्षेत्र भूतकछर में हाथी की मौत हुई उस विचरण क्षेत्र में आठ ग्रामो के विद्युत को सप्लाई को अस्थाई रूप से सप्लाई को बंद करने का पत्र उपवनमलाधिकारी ने विद्युत विभाग को लिखा है,जिस पर विभाग ने उक्त ग्रामो के जम्पर को काटकर सप्लाई रोक दिया गया।
ग्राम भूतकछार और डोंगरीगढ़ की बिजली को काट दिया है।इसमें 6 गांव की बिजली की सप्लाई पंडरिया डिवीजन से होती है।

उपवन मण्डलाधिकारी द्वारा छग़. विद्युत वितरण कंपनी के उपयंत्री को लिखे पत्र में उल्लेख किया है। कि 24 नवंबर को वनपरिक्षेत्र खुड़िया के अंतर्गत भूतकछार परिसर के कक्ष क्र. 486 आरक्षित वनक्षेत्र में नर हाथी की अवैध शिकार करने के उद्देश्य से आरोपियों द्वारा फैलाएं गए बिजली करेंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से मौत हो गई। हाथी के शव बरामद के बाद हाथी की करंट से मौत की पुष्टि हुआ,जिसमे एक मुख्य आरोपी महेंद्र उम्र 25 वर्ष पिता रामजी मरावी को गिरफ्तार कर न्यायलय के आदेश पर जेल भेज गया।
करे कोई भरे कोई– वनविभाग के पत्र के बाद बिजली विभाग ने ग्राम भूतकछार और डोंगरीगढ़ में सैकड़ो घरों की विद्युत सप्लाई रोक दी गईं है।
ग्रामीणों ने वनविभाग के ऊपर आरोप लगया है,कि विभाग अपनी नाकामी छुपाने मनमानी कर अंचल के लोगो के साथ अन्याय कर रही है। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।

स्थानीय कर्मचारियों पर उठे सवाल- वनक्षेत्र में बीट गार्ड से लेकर डिप्टी रेंजर तक जिम्मेदारी तय होती है,लेकिन हाथी का शव दो दिन बाद विभाग को पता ग्रामीणों से चलता है।ये जांच का विषय है। विभाग में मध्यस्थता के अभाव से यह घटना प्रतीत होता है! जब पंडरिया वनांचल के अधिकारियों की सूचना के बाद भी हाथी की निगरानी क्यो नही किया गया? ये सवाल पर अधिकरियों के सांस फूल रही है।
इस प्रकरण में देखा जा रहा है कि विभाग जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्यवाही न कर ग्रामीणों को मिल रही बिजली की सुविधा से ही वंचित रखने आरोप लग रहा है! इसको लेकर ग्रामीणों में रोष है।
विभाग ने बताया सुरक्षागत – एसडीओ ने भूतकछार परिसर रक्षक के द्वारा प्रकरण क्र. 12817/16 के तहत अपराध ने पत्र में लिखा है कि उक्त वन अपराध के विवेचना परिक्षेत्र सहायक भूतकछार के द्वारा किया जा रहा है, जिसमें पता चला है कि आरोपियों द्वारा सरगढ़ी के स्कूल के पास स्थित 11 केवी ट्रांसफार्मर से अवैध कनेक्सन स्थापित कर वनक्षेत्र में अवैध विद्युत तार फैलाकर वन क्षेत्र में स्वच्छन्द विचरण करने वाले वन्य जीव हाथी का शिकार किया गया है।
ज्ञात हो कि 21 नवंबर से हाथियों का दल मुंगेली वनमण्डल अंतर्गत वनपरिक्षेत्र खुड़िया के वनक्षेत्रों में लगातार विचरण कर रहा है, जिससे वन क्षेत्र में ग्रामीणो के निस्तारी हेतु उपलब्ध कराएं गए विद्युत तार के चपेट में आने से किसी भी वन्य जीव की दुर्घटना जनक मृत्यु होने की भरपूर संभावना है, इसलिए वन्य क्षेत्र के समीप ग्राम झिरीया, भूतकछार, सरगढ़ी, बिजराकछार, डोगरीगढ़, मौहामाचा क्षेत्र में विद्युत सप्लाई रूकवाया गया!
जांच में पता चला –वनपरिक्षेत्र खुड़िया के कक्ष क्र. 486 में हाथी की मौत हुई है , इसके लिए ग्राम सरगढ़ी के स्कूल के पास से 11 केवी करेंट प्रवाहित तार जंगल में लाया गया था, सरगढ़ी गांव में बिजली की सप्लाई पंडरिया वितरण केन्द्र से होती है। बिजली कर्मचारियों की भी जिम्मेदारी बनती है, कि कही भी अवैध कनेक्शन न हो, कुल मिलाकर इस घटना में बिजली विभाग के साथ-साथ वनविभाग के कर्मचारियों के लापरवाही भी सामने आयी है।
वनविभाग एसडीओ हंसदास सूर्यवंशी ने बताया कि हाथियों का निगरानी थर्मल ड्रोन से किया जायेगा। विद्युत विभाग को आठ ग्राम क्षेत्र में हाथियों की मूवमेंट को देखते हुए अस्थाई रूप से सुरक्षागत कारणों से पत्र लिखकर बंद करने कहा गया था। मामले में विभागीय जांच जारी है, जवाबदार कर्मचारियों के ऊपर भी सख्त कार्यवाही होने की सम्भवना जताई है।
मुंगेली वनमंडलाधिकारी सत्यदेव शर्मा ने बताया कि वनांचल में हाथी मूवमेंट के खबर के चलते सुरक्षागत कारणों से विद्युत सप्लाई अस्थाई रूप से रूकवाया गया था। हाथी की निगरानी के लिए थर्मल ड्रोन सिस्टम विभाग अपनाने का निर्णय लिया है। मोबाईल काल डिटेल मिल गया है। हाथी की मौत मामले में विभागीय जांच चल रही जल्द ही जवाबदेही पर कार्यवाही सुनिश्चित किया जायेगा।